प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने बैंकों में हो रहे घोटालों पर चिंता व्यक्त की है। राठौर ने कहा कि देश की मोदी सरकार ने एक बार फिर अपने पैसों के लिए लोगों को बैंक की लाइन में ला कर खड़ा कर दिया है। यह देश का दुर्भाग्य ही है कि देश के लोगों को अपनी जमा पूंजी बैंक से निकालने के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। देश में निजी बैंक व्यवस्था की पूरी पोल खुल गई है, जबकि केंद्र सरकार देश के सरकारी बैंको को बंद करने पर तुली है। देश की अर्थव्यवस्था पहले ही डांवाडोल स्थिति में है। ऐसे में अब यस बैंक के खाता धारकों के करोड़ों रुपए बैंक में फंसने से देश के लोगों में भय फैल गया है।
राठौर ने कहा है कि बीजेपी के इस दूसरे कार्यकाल में भी बैंकों में धोखाधड़ी नहीं थम रही है। लोग अब अपने पैसे कहा जमा करें, सोचने पर मजबूर हो गए है। बैंकों कि साख गिरती जा रही है।यह सब केंद्र सरकार के वित्तीय लेन देन पर मनमाने फैंसले लेने का ही नतीजा है जोकि देश मे आज गम्भीर आर्थिक संकट पैदा हो गया है।देश की जीडीपी दिनों दिन गिरती जा रही है।आद्योगिक उत्पादन निम्न स्तर पर आ गया है।लाखों कामगार बेरोजगार हो गए हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि आज देश की गंभीर समस्याओं से लोंगो का ध्यान हटाने के लिए केंद्र सरकार ऊलजलूल फैंसले लेकर लोगों में भय और डर का माहौल पैदा कर रही है, जिससे लोग उनका विरोध न कर सकें। उन्होंने कहा है कि आज देश का संविधान ख़तरे में पड़ गया है। भाजपा के नेता जो संविधान की शपथ लेकर देश की सत्ता पर बैठे है वही लोग आज इसे तोड़ने में लगें है। लोगों के बीच नफरत के नारे लगवा कर देश की एकता को खंडित करने में तुले है।
उन्होंने कहा है कि गृह मंत्री देश की आंतरिक सुरक्षा करने में विफल साबित हुए हैं। इसलिए उन्हें इस पद पर रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्हें देश हित में अपने इस पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए।