धर्मशाला में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर सिद्धबाड़ी स्थित ग्यूतो मोनेस्ट्री में एक माह के लिए पर्यटकों औऱ आम लोगों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। पर्यटकों को मुख्य गेट से ही वापस लौटाया जा रहा है। मोनेस्ट्री प्रशासन ने बीते 5 मार्च को मोनेस्ट्री का मुख्य गेट बंद कर बाकायदा एक नोटिस चस्पां किया है। इसमें कहा गया है कि विश्व भर में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया गया है।
मोनेस्ट्री के प्रशासनिक कार्यालय की ओर से कहा गया है कि इस दौरान मोनेस्ट्री के अंदर स्थित मुख्य मंदिर में जाने और किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम पर रोक रहेगी। एक माह के बाद हालात का जायजा लेने के उपरांत ही मोनेस्ट्री को आम लोगों के लिए दोबारा खोलने पर निर्णय लिया जाएगा।
बता दें कि सिद्धबाड़ी स्थित ग्यूतो तांत्रिक मोनेस्ट्री में तिब्बती गुरु करमापा उग्येन त्रिनले दोरजे का निवास स्थान है। हालांकि करमापा बीते 2 साल से भी अधिक समय से विदेश में हैं। लेकिन करमापा की अनुपस्थिति में भी बड़ी संख्या में उनके अनुयायी यहां आते हैं। यूरोप सहित पश्चिमी देशों से भी हर साल हजारों बौद्ध अनुयायी यहां पहुंचते हैं। वर्तमान में सैकड़ों बौद्ध भिक्षु ग्यूतो मोनेस्ट्री में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।