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सदन में उठा YES बैंक का मुद्दा, कांगड़ा बैंक और स्मार्ट सिटी के डूबे करोड़ो रुपये!

पी. चंद |

मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री के वक्तव्य के बाद बजट पर चर्चा शुरू हो गई। विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री से बजट पर चर्चा शुरू हुई। मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार के वित्तीय संकट पर बोलना शुरू किया। अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार ने हाल ही में 1092 करोड़ ज्यादा कर्ज लिया है लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा सदन में रखेआंकड़े से मेल नहीं खाते हैं। हिमाचल सरकार 57 हज़ार से ज़्यादा कर्ज ले चुकी है। 10 हज़ार से ज्यादा का कर्ज सरकार अभी तक ले चुकी है। 67 हज़ार 302 करोड़ कर्जा 2021 तक हो जाएगा।

सरकार के जाते जाते 75 हज़ार करोड़ का कर्ज हो जाएगा। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर सबसे ज़्यादा कर्जा लेने वाले मुख्यमंत्री साबित होंगे। फिर सरकार कर्जे के आंकड़े को क्यों छुपा रही हैं। पिछले 20 साल में विकास दर में कमी आई है।

विपक्ष के नेता के यस बैंक के पैसे को लेकर बीच में ही मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के ये पैसा नहीं डूबेगा। केन्द्र ने इसका आश्वासन दिया है। यस बैंक डूब गया जिसमें 150 करोड़ कांगड़ा बैंक का पड़ा है। जबकि यस बैंक में ही 179 करोड़ स्मार्ट सिटी का पड़ा है। ऐसा कौन हैं जिसने हिमाचल के पैसा यस बैंक में रखवाया। 1013 करोड़ के मंडी हवाई अड्डे को बनाएं लेकिन दिल्ली में मुख्यमंत्री की बात कोई नहीं सुनता। 90:10 की रेशो से फंडिंग नहीं हो रही है।

प्रदेश सरकार को अपने पैसे से हवाई अड्डा बनाना होगा। हिमाचल से उद्योग भाग रहे है। 8 हज़ार कर्मियों को नौकरियों से निकाल दिया। इंवेस्टरमीट का 97 हज़ार करोड़ ढकोसला है। केंद्रीय सड़क फंड 466 करोड़ का 225 करोड़ मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में ही लगा दिया गया। मुख्यमंत्री ने विपक्ष के नेता के आंकड़ों पर आपत्ति ज़ाहिर की और कहा कि विपक्ष के नेता घाल मेल कर आंकड़े प्रस्तुत कर रहे हैं। एडिवी और कर्जे को लेकर विपक्ष के नेता उल्टा सीधा कर सूचना दे रहे हैं।

विपक्ष के नेता ने कहा कि उनके आंकड़े गलत हुए तो वह अभी इस्तीफ़ा दे देंगे। जलशक्ति विभाग में भर्तियों में झोलमाल हो रहा है। विपक्ष के नेता बोल ही रहे थे कि उन्होंने आपत्ति जाहीर करते हुए कहा की मुख्यमंत्री ने अध्यक्ष को इशारा किया उन्हें दस मिनट और बोलने दिया जाए। आगे उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगार बढ़ रहे हैं। प्रदेश में जाली डिग्रियों और दवाओं को लेकर प्रदेश की बदनामी हो रही है। 1 अरब 27 करोड़ की दवाइयां सीएमओ के माध्यम ख़रीदी गई ये बहुत बड़ा घोटाला है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के नेता चीजों में सनसनी फैलाना चाहते है। मरीजों के लिए दवाई पर भी घोटाला ढूंढ रहे है। विपक्ष अपनी सरकार के कार्यकाल से बाहर नहीं निकल पा रहा है। इसी के साथ सदन की कार्यवाही भोजनावकाश के लिए स्थगित कर दी गई है।