जिला भाषा अधिकारी सुरेश राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा पहाड़ी सप्ताह के दूसरे दिन आज वीरवार को द्रोणाचार्य बीएड कॉलेज रैत के सभागार में लोक नाटक धाजा, हरणातर लोक रामायण(ऐंचली) औऱ ढोलरू गायन का आयोजन किया गया। शाहपुर के तहसीलदार परमानंद रघुवंशी ने कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। प्रदेश के विभिन्न जिलो के लोक नाट्य दलों ने अपनी प्रस्तुति से कार्यक्रम में समां बांधा जिसमें कांगू, हमीरपुर के नटराज कला मंच द्वारा लोक नाट्य धाजा की प्रस्तुति दी गई।
जिला चंबा के आर्यन कला मंच उदयपुर द्वारा लोक नाटक हरणातर, हरनाम सिंह पार्टी नेरटी, रैत द्वारा लोक रामायण, अभिनव कला केन्द्र चिम्मा, चम्बा द्वारा लोक रामायण(ऐंचली), धौलाधार कला मंच दाडनू द्वारा लोक गायन(ऐंचली) औऱ अरविन्द्र एवं इच्छया देवी द्वारा ढोलरू गायन की प्रस्तुति दी गई।
तहसीलदार शाहपुर परमानंद रघुवंशी ने संस्कृति के प्रति अपने भाव व्यक्त करते हुए कहा कि संस्कृति ही एक राष्ट्र को सशक्त और समृद्ध बनाती है। उन्होंने विभाग को बधाई देते हुए कहा कि विभाग संस्कृति को संजोकर रखने का अच्छा प्रयास कर रहा है।
इस अवसर पर जिला भाषा अधिकारी सुरेश राणा ने कार्यक्रम में आए कलाकारों, गणमान्यों का अभिवादन करते हुए कहा कि विभाग विलुप्त हो रही लोक संस्कृति को संजोए रखने में निरन्तर प्रयास कर रहा है और करता रहेगा। उन्होंने कहा कि 13 मार्च, 2020 को कांगड़ा का लोक नाट्य भगत रास, शिमला का करियाला औऱ मंडी का बांठडा कार्यक्रम द्रोणाचार्य बीएड कॉलेज रैत में आयोजित किये जाएंगे।