हिमाचल प्रदेश बीजेपी के सांसद अनुराग ने कांग्रेस के घोषणापत्र को छलपत्र करार दिया है। सांसद ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में झूठ का पुलिंदा बांधा हुआ है। सत्ता में रहते कांग्रेस अपने पिछले घोषणापत्र के वायदे पूरे नहीं कर पाई और अब दोबारा जनता के सामने झूठे वादों का ढेर रख दिया। कांग्रेस का ये घोषणापत्र नहीं, बल्कि छलपत्र है।
2012 में कांग्रेस ने कर्मचारियों से फ़ायदे और पेंशनर्स देने का वायदा किया, मगर सत्ता में आने के बाद कांग्रेस ने इस दिशा में काम करना तो दूर इसका ज़िक्र तक नहीं किया। इसी तरह तमाम घोषणाएं जो कांग्रेस के 2012 के घोषणापत्र में की थीं वो बस घोषणाएं ही बन कर रह गईं और 5 साल बाद जब कांग्रेस को ये महसूस हो रहा की प्रदेश में उसकी लुटिया डूबने वाली है। इसलिए दोबारा कांग्रेस उन्हीं वायदों के साथ जनता के बीच वोट की गुहार लगा रही है।
'घोषणापत्र बता रहा कांग्रेस की कहानी'
ठाकुर ने कहा कि आने वाले चुनावों में कांग्रेस का प्रदेश से पत्ता साफ़ होने वाला है, क्योंकि जो घोषणापत्र ही आधे-अधूरे मन से बना हो, जिसपर ख़ुद कांग्रेस नेता ही एकमत ना हों, जिस घोषणापत्र के संजोजक और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष घोषणापत्र जारी होने के मौक़े पर मौजूद ना हो वो घोषणापत्र ख़ुद कांग्रेस के हताशा की कहानी कह रहा है, कि ख़ुद कांग्रेस वालों का ही इस घोषणापत्र पर कोई विश्वास नहीं है।