चीन से भारत पहुंचे कोरोना वायरस का असर अब देवभूमि हिमाचल प्रदेश पर भी पड़ने लगा है। जहां एक ओर कोरोना वायरस के चलते देश मे दो लोगों की मौत हो गयी है तो वहीं इस वायरस को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार संजीदा नजर आ रही है। पहले डब्लूएचओ और केंद्र सरकार द्वारा कोरोना से सुरक्षा को लेकर एडवाइजरी जारी की गई थी जिसके तहत लोगों से भीड़भाड़ वाली जगहों से दूर रहने की अपील की गई थी। वहीं अब इस एडवाइजरी पर अमल करते हुए प्रदेश सरकार ने जहां 31 मार्च तक स्कूल और कॉलेजों की छूट्टी घोषित की गई तो साथ मेलों और विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन पर भी रोक लगा दी है।
इसी के चलते बिलासपुर में 17 मार्च से शुरू होने वाले राज्यस्तरीय नलवाड़ी मेले पर भी कोरोना वायरस का असर देखने को मिल रहा है और जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर इस मेले को स्थगित कर दिया गया है। इस बात की जानकारी देते हुए बिलासपुर उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने बताया कि नलवाड़ी मेले को लेकर प्रशासन द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गयी थी लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी के बाद इस मेले को सरकार द्वारा अगला निर्णय आने तक स्थगित कर दिया गया है। इसके साथ ही राजेश्वर गोयल ने जनता से प्रदेश सरकार, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना वायरस से बचने और इसे फैलने से रोकने के लिए बताए जा रहे कदमों को अपनाने की अपील की है।
कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जिला प्रशासन द्वारा नलवाड़ी मेले को स्थगित करने के निर्णय पर मेले में दुकाने लगा रहे दुकानदारों को मायूसी हाथ लगी है। मेला दुकानदारों का कहना है कि वह दूर-दूर से मेले में आपनी दुकानें लगाने आये थे मगर कोरोना वायरस के चलते मेला स्थगित होने से जहां उनकी कमाई पर असर पड़ा है तो वहीं दुकान लगाने और अब समान समेटने के चलते उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है।
गौरतलब है की मेले में दुकानदारों द्वारा दुकाने खरीदी गई थी जिसका किराया भी दुकानदारों द्वारा प्रशासन को जमा करवा दिया गया था लेकिन अब मेला स्थगित होने के चलते बिलासपुर उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने पैसा रिफण्ड होने की बात भी कही है जिसके लिए दुकानदार प्रशासन से कांटेक्ट कर सकते है।