उत्तर भारत के प्रसिद्ध मन्दिर बाबा बालक नाथ दियोटसिद्ध में 14 मार्च से चैत्र मास मेलों का शुभारंभ किया जाना था। पर जैसे ही कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में फैल रहा है स्कूल कॉलेज 31 मार्च तक बंद करने के आदेश दे दिए हैं। कोरोना के खौफ के चलते जिला प्रशासन ने झंडा रसम को भी स्थगित कर दिया है। देखना यह होगा की संक्रमण का डर कब तक रहता है, उसके बाद ही उत्तरा के मेलों का आयोजन किया जाना संभव है।
हालांकि जिला प्रशासन ने करीना से बचाव के लिए सीएमओ से एक बैठक की थी। बैठक में कहा गया था कि मेले के दौरान विदेशी श्रद्धालुओं पर विशेष नजर रखी जाएगी। उनकी पूरी जानकारी प्राप्त कर जिसमें नाम, मोबाईल नम्बर तथा कहां से आ रहे हैं , हवाई अड्डे पर उतरने के बाद कोरोना वॉयरस को लेकर हुई जांच से सम्बंधित स्वयं घोषित सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद ही आगे भेजा जाएगा। स्वच्छता को लेकर विशेष प्रबंध किए जाएंगे । जगह-2 पर हाथ धोने के लिए तरल आधारित साबुन का प्रबंध किया जाएगा। रेलिंग को साफ करने के लिए पर्याप्त संख्या में सफाई कर्मियों को तैनात किया जाएगा। शाहतलाई के पास तथा चकमोह कॉलेज के पास पंजीकरण काउंटर स्थापित किए जाएंगे जो चौबीस घंटे कार्यरत रहेंगे। संघ में आने वाले श्रद्धालुओं पर विशेष नजर रखी जाएगी तथा उनसे पूर्ण जानकारी लेने के बाद आगे भेजा जाएगा। ऑडियो-वीडियो स्क्रीन के माध्यम से कोरोना को लेकर निरंतर लोगों को जानकारी प्रदान की जाएगी। दो महीने पहले विदेशों से आए हुए लोगों के यात्रा वृतांत की पूर्ण जानकारी ली जाए।
उपायुक्त बिलासपुर के साथ 13 मार्च को बैठक कर मेले के दौरान सहयोग और कोरोना वॉयरस को लेकर महत्वपूर्ण पहलुओं पर विचार-विमर्श किया जाएगा। चौबीस घंटे तीन काउंटर कार्यरत रहेंग, जहां पर पुलिस, स्वास्थ्य विभाग से सम्बंधित तीन-तीन कर्मचारी तैनात रहेंगे। गाड़ी में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वच्छता को लेकर पम्फलेटस बांटे किए जाएं। बैरियरों पर कोरोना वॉयरस को लेकर आडियो-वीडियो स्क्रीनें स्थापित की जाएं। डयूटी पर तैनात कर्मचारी मास्क का प्रयोग करें तथा निरंतर लोगों को कोरोना वॉयरस बारे जानकारी प्रदान करें।