डीसी हमीरपुर हरिकेश मीणा ने कहा कि हमीरपुर जिला में निषेधाज्ञा के दौरान लोगों को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति घर-द्वार पर ही उपलब्ध करवाई जा रही हैं। दवाईयां, फल-सब्जियां, किराना के उपरान्त अब इसमें किताबें एवं लेखन-सामग्री भी शामिल की गई है। जिला में होम डिलीवरी व्यवस्था और सुदृढ़ की जा रही है। इस व्यवस्था से लाभार्थियों की संख्या लगभग तीन लाख तक पहुंच गई है, जिन्हें दवाएं, किराना, फल-सब्जियां एवं पके भोजन के पैकेट और किताबें इत्यादि घर पर ही उपलब्ध हुई हैं।
विभिन्न उपमंडलों में अभी तक 76 अधिकृत विक्रेताओं के माध्यम से लगभग एक हजार लाभार्थियों को घर-द्वार पर ही किताबें उपलब्ध करवाई गई हैं जबकि 382 लोगों को दवाएं पहुंचाई गई हैं। इसकी दैनिक आधार पर निगरानी एवं समीक्षा भी की जा रही है ताकि किसी भी तरह की कठिनाई को दूर किया जा सके। इसके अतिरिक्त शहरी निकायों में घर-घर आपूर्ति के अंतर्गत अभी तक लगभग 2506 क्विंटल फल-सब्जियां, 113 क्विंटल किराना, 58030 लीटर दूध और 12,282 दुग्ध पदार्थों के पैकेट, 4,392 ब्रैड पैकेट और 1755 पके भोजन के पैकेट लोगों को आवश्यकतानुसार उपलब्ध करवाए गए हैं।
जिला में पशु चारे की कोई कमी नहीं है और अभी तक लगभग 3782 क्विंटल पशु चारा यहां पहुंच चुका है। इसे पशुपालकों एवं गौसदनों को मांग के अनुसार उपलब्ध करवाया जा रहा है। खाद्य वस्तुओं, रसोई गैस, पैट्रोल एवं डीजल का भी पर्याप्त भंडारण किया गया है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे घर पर ही रहें और कोविड-19 से लड़ाई में सरकार व प्रशासन को सहयोग बनाए रखें। किसी भी आपात स्थिति में टॉल फ्री हेल्पलाईन नंबर 104 (स्वास्थ्य विभाग) एवं 1077 (जिला आपदा नियंत्रण कक्ष) में सम्पर्क कर सकते हैं।