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ऊना: छात्राएं बनाई रही पुलिस जवानों के लिए खाना, घर में रहने की अपील की

रविंद्र, ऊना |

ऊना में पढ़ाई करने वाली हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों की बेटियां मानवता और देश सेवा में मिसाल पेश कर रही है। लॉकडाउन के बीच जहां हर कोई अपने घरों को जाना चाह रहा है, वहीं ऊना के मेहतपुर में पढ़ाई करने वाली छात्राएं लॉक डाउन के चलते संस्थान बंद होने के बाद घर नहीं गई बल्कि यहीं पर रहकर लॉक डाउन में सेवाएं दे रही हैं। ये छात्राएं पुलिस और होमगार्ड के जवानों के लिए खाना बना रही है।

मानवता की सेवा करके जहां यह बेटियां बहुत खुश है वहीं खाने का सारा खर्चा उठाने वाला निजी स्कूल का प्रधानाचार्य भी इन बेटियों का साथ पाकर अपनी ताकत को दोगुना मान रहा है। मेहतपुर के एक इंस्टीट्यूट में शिक्षा ग्रहण करने आई बच्चियां एक माह से मेहतपुर में ही फंसी हुई है और इस समय को बर्बाद न करते हुए पुलिस व होमगार्ड जवानों के लिए दो वक्त का खाना बना रही हैं।

दरअसल देहलां गांव के निजी स्कूल का प्रधानाचार्य हर्षवर्धन सिंह लॉक डाउन के शुरू होते ही पुलिस और होमगार्ड जवानों के साथ साथ इन बच्चियों को भी खाना पहुंचा रहा था। लेकिन जब इन बच्चियों को पता चला कि प्रधानाचार्य एक-दो लोगों के साथ मिलकर ही इस पुण्य काम को कर रहा है तो बच्चियों ने हर्षबर्धन सिंह के इस काम में सहयोग का प्रस्ताव रखा जिसे हर्षवर्धन ने स्वीकार किया। अब पिछले कई दिनों से यह बच्चियां रोजाना निजी स्कूल में पहुंचकर कोरोना योद्धाओं के लिए खाना बना रही हैं।

बच्चियों ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जहां है वहीं रहने की जो अपील की थी। उसी के बाद से उन्होंने घर न जाकर यहीं रहने का सोच लिया था और अब पुलिस और होमगार्ड जवानों के लिए खाना बनाकर वो बहुत संतुष्ट है। इन बच्चियों ने चोरी छिपे घर पहुंचने वाले लोगों से भी जहां है वहीं रहने की अपील की है ताकि इस महामारी से जल्दी राहत मिल सके।