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सैन्य सम्मान के साथ हुआ शहीद मेजर अनुज सूद का अंतिम संस्कार, पिता ने दी मुखाग्नि

समाचार फर्स्ट डेस्क |

जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में हुई आतंकी मुठभेड़ में शहीद मेजर अनुज सूद का पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह उनके पंचकूला स्थित आवास पर पहुंचा। ताबूत में तिरंगे से लिपटा पति का शव देखकर पत्नी आकृति फूट-फूट कर रो पड़ी। मेजर सूद के पिता रिटायर्ड ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद ने बेटे के पार्थिव शरीर को कंधा दिया और फिर मुखाग्नि भी उन्होंने ही दी। शहीद अनुज की शादी दो वर्ष पूर्व हुई थी। उनका अभी कोई बच्चा नहीं था।

शहीद मेजर अनुज सूद की यूनिट से भी अधिकारी और जवान शहीद के पार्थिव शरीर के साथ उनके घर पहुंचे। पार्थिव शरीर के घर पहुंचते ही शहीद के परिजन फफक फफक कर रोने लगे। शहीद मेजर अनुज सूद लॉकडाउन खत्म होते ही घर आने वाले थे, लेकिन पहुंची तो उनकी शहादत की खबर। शहीद मेजर अनुज सूद ने पिता और परिवार से लॉकडाउन के खत्म होने पर 3 मई को छुट्टी लेकर घर आने का वादा किया था।

फ़ौलाद का सीना लिए वीर सपूत मेजर अनुज के पिता ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद ने कहा कि अनुज मेरा नहीं, देश का बेटा था, देश के लिए शहीद हो गया। अनुज सूद का पार्थिव शरीर आज पंचकूला स्थित अमरावती एन्क्लेव में उनके आवास पर पहुंचा तो हर कोई शहीद के अंतिम दर्शन के लिए अपने घरों से बाहर आ गया। शहीद इसके बाद मनीमाजरा स्थित श्मशान घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, जहां पिता ने शहीद को मुखाग्नि दी।

बता दें कि जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में स्थानीय बंधकों को छुड़ाने में सेना की राष्ट्रीय राइफल के कमांडिंग अधिकारी कर्नल आशुतोष शर्मा और मेजर अनुज सूद समेत 5 जवान शहीद हो गए। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में हंदवाड़ा के चंगीमुल्ला इलाके में एक मकान में आतंकियाों द्वारा कुछ नागरिकों को बंधक बनाए जाने की खुफिया सूचना मिलने के बाद सेना तथा जम्मू व कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया था। इसके बाद आर्मी द्वारा मौके पर पांच सैन्य और पुलिस कर्मियों की टीम नागरिकों को छुड़ाने के लिए आतंकियों के कब्जे वाले इलाके में घुसी और नागरिकों को सफलतापूर्वक बचा लिया गया। 18 घंटों तक चली इस आतंकी मुठभेड़ में सेना ने लश्कर ए तैयबा के शीर्ष कमांडर हैदर समेत दो पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया।