मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत विभिन्न विकास खण्डों में गत वर्ष प्राकृतिक आपदा से क्षतिग्रस्त हुए 115 मकानों के पुनर्निमाण के लिए 2 करोड तीस लाख की राशि अनुदान के रूप में प्रदान की जाएगी। यह जानकारी देते हुए एडीसी राघव शर्मा ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य निर्धन परिवारों के गृह निर्माण तथा प्राकृतिक आपदा जैसे बर्फ, बारिश, बाढ़, बादल फटने, आसमानी बिजली गिरने, आग व भूकम्प इत्यादि से क्षतिग्रस्त मकानों के पुनः निर्माण के लिए सहायता प्रदान करना है।
उन्होंने बताया कि ज़िला कांगड़ा में इस योजना के तहत विकास खण्ड नूरपुर के 45, विकास खण्ड इंदौरा के आठ, विकास खण्ड नगरोटा-बगवां के 9, विकास खण्ड सुलह के भेडू महादेव के 6, विकास खण्ड भवारना के 3, विकास खण्ड देहरा के 13, विकास खण्ड पंचरूखी के 7, विकास खण्ड फतेहपुर के 7 व विकास खण्ड प्रागपुर के 17 लाभार्थियों को इसका लाभ सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारियों के माध्यम से शीघ्र दिया जा रहा है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए ज़िला कांगड़ा के विभिन्न विकस खण्डों के 221 लाभार्थियों का चयन किया गया है जिसमें विकास खण्ड बैजनाथ के 37, विकास खण्ड भवारना के 11, विकास खण्ड देहरा के 17, विकास खण्ड धर्मशाला के 5, विकास खण्ड फतेहपुर के 24, विकास खण्ड इंदौरा के 11, विकास खण्ड कांगड़ा के 46, विकास खण्ड लंबागांव के 6, विकास खण्ड नगरोटा-बगवां के 21, विकास खण्ड नगरोटा सूरियां के 30 व विकास खण्ड प्रागपुर के 13 लाभार्थी शामिल है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत गृह निर्माण के लिए एक लाख 50 हजार रुपए की अनुदान राशि प्रति लाभार्थी को सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारियों के माध्यम से उपलब्ध करवाई जाएगी तथा इन सभी मकानों का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
राघव शर्मा ने स्थानीय जनता से अपील करते हुए कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव के लिए ज़िला प्रशासन तथा स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सहयोग करें तथा सभी निर्माण कार्यों के निष्पादन में सामाजिक दूरी का बनाए रखें ताकि इस आपदा से बचा जा सके।