जिला सिरमौर में नागरिक उपमंडल संगड़ाह की एक खड्ड के भंवर ने रविवार सुबह करीब 90 घंटे बाद अपने आप युवक के शव को छोड़ दिया। बुधवार सुबह करीब 11 बजे डूबे उक्त युवक का शव रविवार सुबह भंवर नीचे कम पानी में देखा गया, जहां स्थानीय लोगों और पुलिस द्वारा इसे रोकने के लिए पहले ही लकड़ियों की बाड़ लगाई गई थी। इससे पहले शनिवार को पुलिस द्वारा पांवटा साहिब और आसपास के अन्य इलाकों से बुलाए गए बिना ऑक्सीजन सिलेंडर वाले देसी गोताखोर अथवा तैराक हाथ खड़े कर लौट गए थे।
बारिश से खड्ड में पानी बढ़ना शव निकलने का मुख्य कारण बताया गया। गांव देवामानल में अपनी बहन के घर गया मंडोली गांव का 17 साल का अभिषेक नहाते वक्त भंवर में डूब गया था। जल शक्ति विभाग द्वारा खड्ड के पानी के बहाव को डायवर्ट करने की नाकाम कोशिश भी की गई।
एसडीएम संगड़ाह आईएएस राहुल कुमार के अनुसार रविवार को हालांकि सर्च ऑपरेशन के लिए सैना के गोताखोरों सहित दस जवान निकल चुके थे, मगर शव मिलने के बाद उन्हें बीच रास्ते से ही लौटाया गया। चूड़धार चोटी से निकलने वाले पालर खड्ड के तेज बहाव वाले भंवर से बिना ऑक्सीजन सिलेंडर वाले स्थानीय तैराक अथवा गोताखोर युवक को निकालने से हाथ खड़े कर चुके थे।
मृतक के परिजनों और क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा चार दिन से प्रशासन और हिमाचल सरकार से एनडीआरएफ, सैना अथवा विशेषज्ञ गोताखोरों को बुलाकर शव निकालने की अपील की जा रही है। डीएसपी संगड़ाह अनिल धौलटा और एएसआई चेतन चौहान ने बताया कि, रविवार को दोबारा सर्च आपरेशन शुरू होने से पहले ही शव बरामद हो गया। डीएसपी ने कहा कि, पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा और युवक की शिनाख्त हो चुकी है।