सरकारी नियमों को लेकर आम धारणा होती है कि ये आम और खास में फर्क करती है । गाहे बगाहे इसके उदाहरण भी मिलते रहते हैं । जब ये देखने को मिलता है कि कोई नियम आदमी के लिये अलग है और खास के किये अलग । एक बार फिर इसी तरह का मामला देखने को मिला है राजधानी शिमला में । जानकारी के मुताबिक पंजाब के एक अकाली नेता के लिये हिमाचल के कानून का ताक पर रख दिया गया । बताया जा रहा है कि ये जो शख्स है, इन्हें जेड फ्लस कैटेगरी की सुरक्षा है । ये राजनेता पूरे ताम झाम लेकर राजधानी के शोघी बॉर्डर तक पहुंच गये ।
इस बारे में जो हमें सूचना मिली है । उसके मुताबिक, राजनेता के सुरक्षाकर्मी दिल्ली से आये थे । रेड जोन से प्रदेश में आने वालों के लिये नियम है कि उन्हें क्वारंटीन किया जाये । जिसके बाद सुरक्षाकर्मीयों को तो वापस भेज दिया गया, लेकिन वीवीआईपी को होम क्वारंटीन कर दिया गया है । वर्तमान में उन्हें शिमला पुलिस की ओर से सुरक्षा भी दी गयी है । क्योंकि जेड प्लस कैटेगरी सुरक्षा को लेकर नियम है कि इस सुरक्षा कवर वाले शख्स देश में कहीं भी जाये, उन्हें स्थानीय पुलिस सुरक्षा देगी । लेकिन, बड़ी बात ये है कि इनके बारे में प्रशासन किसी तरह की जानकारी नहीं दे रहा । ये कौन है, कोरोना के दौर में राजधानी क्यों आये हैं, उन्हें कहां होम क्वारंटीन किया गया है । इसके बारे में प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा के लिहाज से उनके बारे में जानकारी साझा नहीं की जा सकती ।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी इस बारे में आज सवाल पूछा गया तो उन्होंने सीधे जवाब न देते हुए कहा कि जो भी राज्य में आयेंगे । उन्हें यहां के नियम का पालन करना होगा ।