शिमला में 3 दिन तक चले अंतराष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान अकादमी (IMSA) के 36 वार्षिक सम्मेलन का आज समापन हो गया। 10 से 12 नवंबर तीन दिन तक चले इस सम्मेलन में विश्व भर में स्वास्थ्य क्षेत्र में लगातार हो रहे परिवर्तनों और नए विचारों को आत्मसात कर इन पर शोध करने पर बल दिया गया। IGMC शिमला और राधाकृशनन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के संयुक्त तत्वावधान मे आयोजित सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के 60 से अधिक विशेषयज्ञ डॉक्टरों ने स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करने पर भी चर्चा की।
सम्मेलन के संयोजक डॉ. अनमोल गुप्ता ने बताया कि वैश्विक स्तर पर विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में विकास, शोध और अध्ययन चल रहे है उनका मुक़ाबला करने और स्वास्थ्य क्षेत्र की नई तकनीकों को किस तरह से भारत में भी लाया जाए इस पर एक व्यापक विचार किया गया। इस सम्मेलन में विशेषज्ञों से स्वास्थय से जुड़ी बहुआयामी जानकारी दी गई।
जिसमे रोग से बचाव, मूल्यांकन, निदान, प्रबंधन, और सौम्य और घातक बीमारियों, उच्च जोखिम और उत्तरजीविता मुद्दों के उपचार पर ध्यान केन्द्रित किया गया। जिसका मकसद अपने ज्ञान और कौशल को एक दूसरे से सांझा करना था।