जिला चंबा के छुद्रा गांव में पिछले कई सालों से पेयजल की समस्या बनी हुई है। यहां के ग्रामीण हमेशा से ही पानी की समस्या से जूझ रहें हैं। यहां तक कि यहां के पंचायत प्रतिनिधि भी कई बार सरकार औऱ प्रशासन के आगे लोगों की इस पेयजल की समस्या के लिए गुहार लगा चुके हैं। लेकिन अभी तक उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है। सुबह ही सारे लोग सार्वजनिक नल पर अपने-अपने पानी के बर्तन लेकर इकट्ठा हो जाते हैं और पानी का इंतजार करते हैं। जिसमें उनका बहुत समय बर्बाद हो जाता है। आजकल सोशल डिस्टेंस के चलते उन्हें ज्यादा दिक्कत हो रही है। क्योंकि लोगों को ज्यादा देर तक धूप में खड़ा होना पड़ता है। वह भी सामाजिक दूरी बनाकर। अब ग्रामीणों को इंतजार है कि कब सरकार उनकी बात को सुने और उनकी पानी की समस्या को हल किया जाए। जहां उन्हें पानी पीने के पानी की समस्या है।
वहीं, उन्ंहे अपने मवेशियों को भी पानी पिलाने में काफी दिक्कत होती है। क्योंकि उन्हें पानी पिलाने के लिए या तो नदी में या नालों में ले जाना पड़ता है। जिसमें काफी जोखिम होता है। वहीं सिंचाई के लिए भी सरकार द्वारा उनके गांव के लिए कोई योजना नहीं दी गई है। जिससे खेती बाड़ी में भी उन्हें काफी दिक्कत हो रही है। कुल मिलाकर इस गांव में सरकार की सभी योजनाएं नाकारा साबित हो रही है।
यहां के स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि कई सालों से उनके गांव में पेयजल की समस्या बनी हुई है। जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि उन्हें पीने के पानी लाने के लिए प्राकृतिक स्रोत तक जाना पड़ता है। जिसमें उनका काफी समय बर्बाद हो जाता है। गांव में लगे सार्वजनिक नल में पानी कभी कबार आ जाता है। लेकिन वहां पर भी लोगों की काफी भीड़ रहती है। जिससे कई बार उन्हें निराश होकर घर वापस जाना पड़ता है।
वही, पंचायत प्रधान ने बताया कि वह इस समस्या को लेकर वह कई बार सरकार के आगे गुहार लगा चुके हैं लेकिन उसके बावजूद उनकी समस्या का हल अभी तक नहीं हुआ है। उन्होंने एक बार फिर सरकार से आग्रह किया है कि जल्द से उनके गांव में पेयजल की समस्या को दूर किया जाए ताकि उनके गांव वासियों को किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो।