पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने गलवन में हुई हिंसक झड़प में देश के लिए कुर्बान होने वाले शहीदों को नमन करते हुए कहा कि वीर सपूतों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। धूमल ने कहा कि लद्धाख सेक्टर में शहीद हुए हमीरपुर जिला के कडोहता गांव के सैनिक अंकुश ठाकुर की शाहदत से सारा हिमाचल और जिला हमीरपुर शोकग्रस्त है, उनकी शहादत पर सभी देशवासियों को गर्व है। सभी सर्वोच्च बलिदान देने वाले शूरवीरों को हमारा शत शत नमन । इस दुख की घड़ी में शहीदों के परिवारों को इस असीम दुःख को सहने की भगवान शक्ति प्रदान करे। हम सब उनके इस दुःख में बराबर के शरीक हैं।
धूमल ने कहा कि विश्व पटल पर धीरे-धीरे कई क्षेत्रों में भारत से पिछड़ रहा चीन अब ओछी हरकतों पर उतर आया है। उन्होंने सोमवार रात को पूर्वी लद्दाख के गलवन में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास भारत चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के लिए पूर्णतः चीन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि एशिया महाद्वीप में जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेन्दर मोदी के नेतृत्व में भारत एक बड़ी ताकत के रूप में स्थापित हुआ है उससे चीन पिछले काफी समय से खासे सकते में था।
उन्होंने कहा कि कोविड संकट में भारत ने जिस तरह से विश्व के कई देशों को दवाइयां भेजकर और अन्य माध्यमों से मदद की उससे भी चीन खार खा रहा था। जी-7 देशों में भारत के शामिल होने पर भी चीन तिलमिलाया हुआ है। यही कारण है लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भिन्न-भिन्न स्थानों पर चीन के सैनिक कुछ समय से भारतीय सैनिकों से टकराने की कोशिश कर रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने चीन को सावधान करते हुए कहा कि भारतीय सेना के जज़्बे और भारत सरकार के राष्ट्रभक्त नेतृत्व को लेकर वह कोई गलतफहमी में न रहे। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि देश हित में कोई कड़ा फैसला प्रधानमंत्री जरूर लेंगें। भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम के आगे व सुदृढ़ केंद्रीय नेतृत्व के आगे चीन कहीं नहीं टिक पायेगा।