मंडी जिले में बुधवार को एक बेहद दर्दनाक हादसा पेश आया है। यहां सरकाघाट उपमंडल के एक घर में आग लगने से एक महीली और उसकी 4 साल की बेटी और एक 9 महीने का मासूम आगजनी की इस घटना में जिंदा जल गए। यह घटना सरकाघट के उस छोटा समाहल गांव में पेश आई है जहां कुछ महीने पहले एक बुजुर्ग महिला का मुंह काला कर उसे पूरे गांव में घुमाया था। आगजनकी की यह घटना बुधवार दोपहर 1 बजे के करीब पेश आई है। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
जानकारी के अनुसार गांव की एक महिला कविता (24) अपने 9 महीने के बेटे को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में टीका लगवाकर लौटी और भीषण गर्मी के चलते घर के अंदर अपने बेटे और 4 साल की बेटी के साथ आराम कर रही थी। जबकि घर के बाकी लोग नजदीकी उचित मूल्य की दुकान में राशन लेने गए हुए थे। इस दौरान घर में आचानक से आग लग गई।
अचानक भड़की इस आग ने पूरे घर को अपनी लपेट में ले लिया और देखते देखते ही मां बेटी और बेटे के साथ सब कुछ स्वाहा कर दिया। जब तक गांव के लोगों को आग का पता चलता और इसे बुझाने का प्रयास करते तब तक सब कुछ जल चुका था और तीनों के शव राख के ढेर में बदल चुके थे। यहां तक कि शवों को पहचानना तक मुश्किल हो गया था क्योंकि इनके राख बने हुए अवशेष ही बचे थे। गांव के सभी लोगों को डिपू में राशन लेने के लिए बुलाया हुआ था ऐसे में चंद ही लोग गांव में उस समय थे। यह आग दो मंजिला मकान के उपरी हिस्से में लगी जिसमें यह तीनों सो रहे थे।
मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी सरकाघाट चंद्रपाल सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है, शवों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है । मौके पर फोरेंसिक की टीम ने भी आकर जांच की औरकुछ अवशेष अपने कब्जे में लेकर जांच को भेजे हैं। आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पूरा इलाका इस दर्दनाक हादसे से दहल गया है। मासूमों का मां के साथ जिंदा जल जाना इलाके के लिए अपनी तरह की पहली घटना है।