बिलासपुर के घुमारवीं में डोमेहर की छात्रा जागृति धीमान ने बाहरवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कला संकाय में पांचवा स्थान हासिल किया है। जागृति धीमान ने बताया कि मेरी प्रेरणा स्त्रोत मेरे माता-पिता औऱ अध्यापक है। जिन्होंने मुझे कठिनाई औऱ सीमित साधनों में किस प्रकार से सफलता प्राप्त की जाती है। उसके बारे में सिखाया।
जानकारी के अनुसार जागृति के पिता रूप लाल धीमान खेती बाड़ी का कार्य कर परिवार का पालन पोषण करते परतुं, पिछले दिनों जागृति के पिता का एक दुर्घटना में टांग टूट जाने से सारे परिवार की जिम्मेवारी जागृति के बड़े भाई विशाल के ऊपर आ गयी और वो परिवार का भरण पोषण करने के लिए गाड़ी चलाकर कर रहे है। जागृति ने बताया कि अपनी दिनचर्या में सुबह चार बजे उठकर पढ़ाई शुरू कर देती थी औऱ रात को ग्यारह बजे पढ़ाई कर के सोती थी। उसके साथ ही खाली समय में पेंटिंग, गाना सुनना भी जागृति ने अपने शौक बताए।
जागृति ने बताया कि भविष्य में वो हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवाओं में बतौर एसडीएम के पद पर सेवा देने का अरमान रखती है ताकि लोगों को प्रशासन की तरफ से जो मुश्किलें आती है। उनका तुरंत निपटान किया जा सके। जागृति ने स्कूल प्रधानाचार्य अश्वनी शर्मा औऱ अपने अध्यापकों को इस सफलता के धन्यवाद दिया और साथ में जागृति ने बताया कि शिक्षा क्षेत्र में हमेशा ही इनकी प्रेरणा से आज यह सफलता प्राप्त हुई है। प्रधानाचार्य ने बताया कि जागृति का शुरू से ही पढ़ाई की तरफ बहुत लगाव रहा है और वो दूसरे बच्चों को स्कूल में पढ़ाई के लिए भी प्रेरित करती रहती थी। इसी लग्न की वजह से आज जागृति ने यह मुकाम हासिल किया।