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कैंपा फंड के अंतर्गत चालू वित्त वर्ष में खर्च होंगे 158.38 करोड़, ड्रोन कैमरों से होगी जंगलों की निगरानी: वन मंत्री

पी. चंद, शिमला |

वन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में गुरूवार को कैंपा संबंधित कार्यों की समीक्षा बैठक की की गई। बैठक में गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2020-21 में कैंपा फंड के अंतर्गत 158.38 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके अंतर्गत पौधरोपण, लैंटाना हटाकर उस भूमि पर पौधे रोपित करना, वन नर्सरियां, जल एवं भूमि संरक्षण कार्य, जलाशयों की सफाई कर उनका नवीनीकरण करने सहित वर्षा जल संरक्षण आदि कार्य किए जाएंगे।

वन मंत्री ने कहा कि वन अग्नि रोकथाम के कार्यों को आधुनिक तरीके से किया जाएगा, जिसके अंतर्गत धातु के फायर बीटर, फायर किट, ब्लोअर इत्यादि का प्रयोग किया जाएगा। इसके अतिरिक्त जंगलों की आग की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों का भी उपयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निर्देशों का पालन करते हुए पौध रोपण निगरानी के लिए एक विस्तृत डाटा तैयार किया जाएगा, जिसके अंतर्गत पौध रोपण से पूर्व तथा पौध रोपण के बाद की फोटोग्राफी की जाएगी। कैम्पा फंड के अंतर्गत संवेदनशील वन मंडल में तैनात फील्ड स्टाफ को हथियार, आधुनिक बॉडी कैमरा प्रदान करने पर भी विचार-विमर्श किया गया।

गोविन्द सिंह ठाकुर ने वन समृद्धि जन समृद्धि योजना में लोगों के समूह गठित कर औषधीय गुणों से युक्त जड़ी-बूटियों की प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने पर भी कार्य करने के निर्देश दिए। इस कार्य के लिए वन विभाग द्वारा संबंधित समूहों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को विद्यार्थी वन मित्र योजना से जुड़े विद्यार्थियों के मध्य पेंटिंग, निबन्ध जैसी प्रतियोगिताओं करवाने के भी निर्देश दिए, ताकि उनमें पर्यावरण संरक्षण के प्रति रूचि बनी रहे।

उन्होंने कहा कि सामुदायिक वन संवर्द्धन योजना के अंतर्गत लोगों के समूह बनाकर उन्हें पौधा रोपण के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने चंबा के दूदराज के क्षेत्रों में भी ईको-टूरिज्म की संभावनाओं की तलाश कर उन्हें विकसित करने के साथ प्रदेश के प्रवेश द्वारों पर पर्यावरण संरक्षण संबंधी सूचना पट्टिका लगाने पर भी बल दिया।