सऊदी अरब जुबेल में बल्ह उपमंडल के प्लाही गांव के एक 55 साल के व्यक्ति की कोरोना से मौत होने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार पलाही निवासी बनिता देवी को सोमवार सुबह मोबाइल पर घटना की सूचना पंजाब के रहने वाले एक व्यक्ति जो उनके पति दीनानाथ के साथ सऊदी अरब में नौकरी करता था ने दी। सूचना मिलने पर पूरा परिवार गमगीन हो गया है। परिवार को यह भी सूचना मिली है कि व्यक्ति के शव को वहीं दफनाने पर विचार किया जा रहा है।
हालांकि अभी तक की सूचना के मुताबिक व्यक्ति के शव को सऊदी अरब के एक अस्पताल में रखा गया है। दीनानाथ की पत्नी विनीता से हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि उनके पति सऊदी अरब के जुबेल में एक कंपनी जिसका नाम अजमेल बताया जाता है में 6 बरस पहले टैंकर चालक का कार्य करने गए थे। 3 साल पहले उनके पति 3 माह की छुट्टी लेकर घर आए थे। उसके बाद कभी घर नहीं आए उन्होंने बताया कि उनका बेटा नीरज 21 साल आर्मी में नौकरी करता है और बेटी प्रतीक्षा पढ़ाई कर रही है। उनके पति की मौत 18 जून को हो गई है। सूचना मिलते ही उनका बेटा नीरज घर पहुंच गया है और होम क्वारंटाइन में है।
बेटे से 8 जून को हुई थी पिता की बात
बेटे नीरज ने बताया कि उसके पिता की बात 8 जून को मोबाइल पर हुई थी। जिसमें पिता ने उसे बताया था कि उन्हें कोरोना हो गया है और वह अस्पताल में उपचाराधीन है। अपनी गंभीर हालत की सूचना उन्होंने बेटे को थी। जबकि घरवालों को नहीं बताया गया था। जिसके चलते बेटा जोकि चेन्नई में जैक राइफल में है ने छुट्टी लेकर हवाई यात्रा से मंगलवार को वह अपने घर पहुंच गया।
दीनानाथ का शव लाना चाहते हैं परिजन
दीनानाथ की पत्नी बेटा औऱ बेटी सहित अन्य परिवार वालों ने सरकार से आग्रह किया है कि दिनानाथ के शव का अंतिम संस्कार वह हिंदू रीति रिवाज से अपने गांव में करना चाहते हैं। इसलिए सरकार उनके पति के शव को गांव पहुंचाने के लिए सऊदी अरब की सरकार से मध्यस्था करें। जिसके लिए वह बुधवार को डीसी मंडी से भी मिलेंगे। इस बारे में प्रशासन को अभी तक कोई सूचना नहीं है। अगर कोई ऐसा मामला है और परिवार वाले यदि प्रशासन के पास शव को लाने का आग्रह करते हैं। तो मामले को सरकार के साथ उठाया जाएगा।