महामारी के बीच डीज़ल की कीमतें पेट्रोल से भी ऊपर पहुंच गई हैं। जबकि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल का भाव अब तक के इतिहास में सबसे निम्न स्तर पर है। लगभग 20 रुपए प्रति लीटर भारत की खरीद है, बाकी सब अन्य आवश्यक खर्चे डाल कर लगभग 29 रुपए प्रति लीटर भाव पड़ रहा है। लेकिन जनता को डीजल 71.93 पैसे में पैट्रोल 77.67 पैसे बेचा जा रहा है।
आज तेल के भाव आसमान छू रहे हैं और ये समय किसानों का फसल बुआई का है। ऐसे में किसानों को तेल की कीमतों में हुई अप्रत्याशित वृद्धि की वजह से दोहरी मार पड़ रही है। दूसरी ओर आमजन के लिए आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भी भारी इजाफा हो गया है। जनता का जीना दूष्बार हो गया है। इस बारे में हमीरपुर की जनता ने कहा की सरकार दिनो-दिन पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ने हमारी जेब पर दोगुनी मार पड़ रही है।
जिस तेल पर पहले 12 किलोमीटर का सफर कर लेते है उसपर अब 8 से 10 कोलोमीटर सफर हो पायेगा। यदि इनके दाम और बढ़े तो कोरोना काल में गाड़ी चलाना बहुत मुश्किल हो जाएगा। वहीं कुछ रईस वर्ग के लोगों की बात करें तो उन्होंने कहा किगाडी तो चलानी है डीजल-पेट्रोल के भाव कितने बढ़ जाए।