विधानसभा अध्यक्ष के बाद भाजपा अध्यक्ष बने डॉ. राजीव बिंदल को भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच पद को छोड़ना पड़ा। लेकिन राजीव बिंदल की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रहे हैं। सीपीआईएम ठियोग के विधायक राकेश सिंघा ने बिंदल पर स्वास्थ्य घोटाले के साथ विधानसभा में हुई 6 भर्तियों में भी धांधली के आरोप लगाए हैं।
सिंघा ने आरोप लगाया कि ये भर्तियां भाई भतीजावाद के आधार पर की गई हैं। विधानसभा में नियमों को ताक पर रखकर लॉ ऑफिसर का नया पद सृजित कर अपने संबंधी और निज़ी सचिव की बेटी को भर्ती कर दिया। इसके अलावा 3 भर्तियां अपने चुनाव क्षेत्र नाहन ओर एक भर्ती सोलन से की गई। जबकि एक भर्ती भाजपा उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम गुलेरिया के बेटे की है।
सिंघा ने समूचे मामले की न्यायिक जांच की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि विजिलेंस की जितनी भी जांच आज तक हुई उनका कोई नतीजा नहीं निकल पाया। उन्हें सूचना है कि सरकार स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले में भी लीपापोती कर क्लीन चिट देने की फ़िराक में है। इसलिए मामले की न्यायिक जांच हो ताकि सच्चाई सामने आ सके।