एपीजी शिमला विश्वविद्यालय में सोमवार को कुलपति प्रो रमेश कुमार चौधरी के नेतृत्व में भारत सरकार औऱ मानव संसाधन विकास मंत्रालय का उन्नत भारत अभियान का दामन थाम लिया है। एपीजी शिमला विश्वविद्यालय को प्रतिभागी शिक्षा संस्थान के रूप में इस अभियान में चुना गया है। वहीं, एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के एकेडेमिक्स डीन प्रो डॉ कुलदीप कुमार को इस अभियान प्रोजेक्ट को सुचारू रूप से कार्यान्वयन के लिए को-ऑर्डिनेटर नियक्त किया गया है। डीन कुलदीप कुमार ने कहा कि उन्नत भारत का उद्देश्य ग्रामीण विकास देश का विकास है।
इस अवसर पर ब्योलिया ग्राम पंचायत प्रधान विनिति शर्मा, पंचायत प्रतिनिधियों औऱ ग्रामीणों ने इस अभियान संबंधी विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ बैठक कर उन्नत भारत अभियान के उद्देश्य से अवगत करवाया कि एपीजी शिमला विश्वविद्यालय को इस अभियान के लिए अधिकृत किया गया है। एपीजी शिमला विश्वविद्यालय द्वारा उन्नत भारत अभियान के तहत ग्रामीण इलाकों का सर्वेक्षण किया जाएगा और तकनीक के माध्यम से इन गोद लिए ग्रामों के विकास में मदद करना है। ग्राम पंचायत प्रधान विनिति शर्मा औऱ वार्ड सदस्यों ने एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रमेश कुमार चौधरी का ग्राम पंचायत के विकास में सहयोग के लिए धन्यवाद किया।
एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान औऱ कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य तकनीक का प्रयोग करके स्थानीय ग्रामीण समुदायों का विकास करना औऱ चुनौतियों का समाधान करना, ग्रामों में दिक्कतों, नशे जैसी कुरीतियों से बाहर निकलना और विकास की जरूरतों की तलाश करना, जागरूकता कार्यक्रम कैम्पस लगाना, ग्राम सभा करना, सर्वेक्षण करना और साथ ही सटीक तकनीक का प्रयोग करके स्थानीय निकायों से मिलकर ग्रामीण विकास में तेज़ी लाना है।
कुलपति चौधरी ने कहा कि भारत और हिमाचल सरकार ने ग्रामों के विकास के लिए एक से बढ़कर स्कीमें प्रदान की है पर जागरूकता के अभाव में ग्रामीण लोग इन विकासात्मक स्कीमों का लाभ नहीं उठा पाते हैं। फिलहाल इस कार्यक्रम की शुरुआत के लिए भारत सरकार और मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से उन्नत भारत अभियान के तहत एपीजी शिमला विश्वविद्यालय को फण्ड मुहैया करवाया है। इस अभियान के अंतर्गत एपीजी शिमला विश्वविद्यालय ने फिलहाल शिमला ज़िला की स्थानीय ग्राम पंचायत ब्योलिया के पांच ग्रामों पूजारली, क्वारा, ब्योलिया, सरघीण और दोची को गोद लिया है। कुलपति प्रो रमेश कुमार चौधरी ने कहा कि सरकार के इस उन्नत भारत अभियान को आगे बढ़ाने में एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के विभिन्न तकनीकी विभाग, इंजीनियरिंग, कंप्यूटर विभाग से लेकर पत्रकारिता विभागऔर विश्वविद्यालय के शिक्षकों सहित रिसर्च स्कॉलर और शोध करने वाले छात्र पूरा सहयोग करेंगें।
कुलपति चौधरी ने कहा कि ग्रामों को आधुनिक तकनीक से जोड़कर भारत के ग्राम विकसित होंगे, समृद्ध होंगें, आत्मनिर्भर होकर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार किया जा सकता है यदि इस दिशा में तकनीक का सही इस्तेमाल किया जाए। आज तकनीकी शिक्षा को किताबों, लैबोरेटरी और क्लासरूम से बाहर ग्रामीण विकास में इस्तेमाल करने का वक़्त आ गया है, जब हमारे ग्रामों में खुशहाली आएगी तो भारत और आगे बढ़ेगा।
कुलपति ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय समाज का अभिन्न अंग है। अतः विश्वविद्यालय की चार दिवारी के बाहर भी विश्वविद्यालयों को समाज के विकास में आगे आना चाहिए तभी विश्वविद्यालय स्तर की शिक्षा सार्थक है। इस उन्नत भारत अभियान के तहत ग्रामीण समुदायों से प्रत्यक्ष रूप से परिचित हो सकेंगें और उन्हें सरकार की ओर से ग्राम पंचायतों की विकास योजनाओं से संबंधित आवश्यक जानकारी भी प्राप्त होगी।