साहसिक खेलों का आनंद लेने के लिए अब गोवा या मुंबई जाने की जरूरत नहीं है। अब इन खेलों का पौंग झील में लहरों के साथ मस्ती कर आनंद उठाया जा सकता है। आने वाले दिनों में पौंग झील में जेट स्की, वाटर सर्फिंग, ई-फॉयल, जेटवोटर जैसी साहसिक खेलें आपको रोमांचित कर देंगी। हिमाचल प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावना को देखते हुए पश्चिमोत्तर हिमालय पर्वतारोहण समिति मनाली ने हाल में ही जापान से आयात कर नए खेल उपकरणों की खरीद की है। इन नई खेलों से हिमाचल में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ लगते राज्यों के लोग भी यहां आएंगे। इससे स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार भी मिलेगा।
जापान की कंपनी से आयात की गई तीन जेट स्की, चार ई-फॉयल और एक नवीनतम मॉडल की मोटरबोट (पांच सीटर) पौंग बांध में जल क्रीड़ाओं के ट्रायल में सफल रही है। पौंग बांध जलक्रीड़ा केंद्र की टीम पूरी कुशलता से निपुण होकर पर्यटकों का मनोरंजन करने के लिए तैयार है। इंतजार है तो बस कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न हुई स्थिति के सामान्य होने का। विभाग की ओर से निर्धारित किए जाने वाले शुल्क अदा कर पर्यटकों को इन क्रीड़ाओं की सुविधा मिलेगी।
पौंग बांध जल क्रीड़ा केंद्र के इंचार्ज राकेश वालिया ने बताया कि पौंग बांध में पहले जल क्रीड़ा गतिविधियां केवल उन लोगों को ही करवाई जाती थीं, जो यहां प्रशिक्षण के लिए आते थे। लेकिन अब साहसिक खेलों का शौकीन कोई भी पर्यटक निर्धारित राशि का भुगतान कर आनंद उठा सकता है। जैसे ही सरकार से जल क्रीड़ा केंद्र में खेल गतिविधियां संचालित करने की अनुमति होगी, यह क्षेत्र पर्यटन के क्षेत्र में लंबी उड़ान भरेगा।
इन खेल गतिविधियों के व्यावसायिक और सुरक्षित संचालन के लिए अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली ने पौंग बांध क्षेत्रीय जल खेल संस्थान से 10 व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया है। जलक्रीड़ा गतिविधियों के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से विभाग की रेस्क्यू टीमें इस दौरान विशेष रूप से उपलब्ध रहेंगी। कुल मिलाकर इस पहल से आने वाले दिनों में पौंग बांध में पर्यटन में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों के लोगों को भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।