हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस औऱ बीजेपी का भविष्य भले ही ईवीएम में कैद है, लेकिन अभी भी नेताओं की एक दूसरे को उठक-पटक जारी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को बीजेपी नेता सतपाल सिंह सत्ती ने अधिकारियों के तबादलों पर सवाल उठाए और आयोग में शिकायत दर्ज की।
चुनाव आयोग में दी शिकायतों का हवाला देते हुए सत्ती ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने आबकारी एवं कराधान विभाग के दो अतिरिक्त आयुक्तों डीसी नेगी और केके शर्मा को चुनावों से पहले आदेश दिए थे कि जब तक प्रदेश में चुनावी प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती, तब तक उक्त दोनों अधिकारी सचिवालय में ही तैनात रहेंगे। लेकिन, आचार संहिता के बावजूद डीसी नेगी को निदेशक महिला व बाल कल्याण विभाग में तैनात किया गया और केके शर्मा को नियंत्रक प्रिटिंग एवं स्टेशनरी का कार्यभार सौंप दिया गया, जो कि आचार संहिता का उल्लंघन है।
सत्ती ने कहा कि बीजेपी मुख्य निर्वाचन आयुक्त से अनुरोध करती है कि आदर्श चुनाव आचार संहिता का पालन मुख्य चुनाव अधिकारी हिमाचल प्रदेश और प्रदेश सरकार से सख्ती से करवाए। साथ ही अनुरोध किया कि कोई भी नया कार्य और नई नियुक्तियां तब तक न की जाएं, जब तक प्रदेश में नई सरकार नहीं बन जाती।