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किस्मत ने कुछ ऐसी खींची लकीर, डाडासीबा रियासत से बेदखल हुआ परिवार

पी.चंद, शिमला |

जिला कांगड़ा के तहत पड़ने वाले डाडासीबा रियासत के राजा हरमिंदर सिंह के घर उनके बेटे टिका अजय सिंह के साथ ब्याह कर आई बहु मीनाक्षी सिंह आज अपने दो बच्चों के साथ मुफलिसी की जिंदगी जीने को मजबूर है। जिस घर में मीनाक्षी रहती है उसकी दीवारें भी वक्त के साथ टूट रही हैं, लेकिन मीनाक्षी का हौंसला नहीं टूटा। टिका अजय सिंह की मौत के बाद छोटे बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए मीनाक्षी सिंह को अपने पुश्तैनी जेवर तक बेचने पड़े। लेकिन कभी किसी के आगे हाथ नहीं फैलाए।

आज समय और हालात ने उसे मुफलिसी में मजबूर बना दिया। सरकार के आगे गिड़गिड़ाने लगी, मदद की गुहार लगा रही है। जिस पुश्तैनी घर में बच्चों के साथ मीनाक्षी रह रही है उसे भी उनकी पारिवारिक लड़ाई बनाने नहीं दे रही है। राजा हरमिंदर सिंह की इस पारिवारिक लड़ाई की बजह से दो परिवारों में जमीन की खींचतान का मामला कोर्ट में चल रहा है। मीनाक्षी सिस्टम के आगे बेबस होकर रह गई है। अब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और स्थानीय विधायक एवं उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर से घर बनाने की मांग कर रही है। मीनाक्षी सिंह कहती है कि हाई कोर्ट में राजा बरजिंदर सिंह के हक में केस हो गया है। लेकिन वह लड़ाई आगे भी जारी रखेंगी। बहुत पैसा उनका कोर्ट के चक्करों में खत्म हो गया है। पुश्तैनी घर पर उनका ही कब्जा है लेकिन उसकी भी रिपेयर नहीं करवाने दी जा रही है।

पड़ोसी अनूप कुमार ने कहा मैं मीनाक्षी को तब से जानता हूं जब से यह शादी करके यहां आई है। अनूप ने कहा कि जब राजा हरमिंदर सिंह जीवित थे तो इस परिवार की स्थिति ठीक थी। अब मीनाक्षी की स्थिति खराब हो गई है इनके पति की भी मृत्यु काफी समय पहले हो चुकी है। इस परिवार को सरकार की मदद की जरूरत है। पड़ोसी दिनेश ने कहा कि राजा हरमिंदर सिंह की बहू काफी दयनीय स्थिति में जीवन यापन कर रही है। 25 साल पहले मीनाक्षी की शादी राजा हरमिंदर सिंह के बेटे टिका अजय सिंह से हुई थी। उन्होंने कहा कि इनका मकान गिरने की कगार पर है। इनके पास बच्चों को पढ़ाने के लिए पैसे नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार इनको न्याय दिलाये।

ग्राम पंचायत डाडासीबा के उपप्रधान बलदेव सिंह ने कहा कि 25 साल पहले मीनाक्षी की शादी राजा परिवार में हुई थी। उन्होंने कहा कि अब इनकी स्थिति दयनीय है। जय सिंह ने कहा कि इनका मकान गिरने की कगार पर है और कभी भी हादसा हो सकता है। आज मौका देखा है। उन्होंने कहा कि सरकार इनको मकान बनाने की सहायता करे।