हिमाचल में लॉकडाउन के दौरान आत्महताओं के मामले तेजी से बढ़े हैं। जनवरी 2020 में प्रदेश में 40 आत्महत्या के मामले सामने आए जो फ़रवरी में 45 हुए, मार्च में 32 अप्रैल आते-आते ये मामले 47 हो गए। मई में 89 लोगों ने, जून में 112 जबकि जुलाई माह में 101 लोगों ने हिमाचल में मौत को गले लगा लिया। यानि कि 7 माह में कुल 466 लोगों ने आत्महत्या की। जनवरी से मार्च तक 117 लोगों ने आत्महत्या की जो अप्रैल से जुलाई माह तक लगभग डबल होकर 349 हो गए। यानि कि इन चार माह में औसतन 3 लोगों ने हर दिन आत्महत्या की।
हिमाचल पुलिस प्रमुख संजय कुंडू ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 7 माह के दौरान 306 आईपीसी के तहत 55 मामले दर्ज हुए, जबकि सीआरपीसी 174 के तहत 411 मामले दर्ज किए गए। 306 के तहत दर्ज़ 55 मामलों में 20 पुरुषों के मुक़ाबले 35 महिलाओं ने आत्महत्या की। जबकि 174 के तहत दर्ज मामलों में 140 महिलाओं के मुकाबले 271 पुरुषों ने आत्महत्या की। उन्होंने कहा कि इन मामलों के बढ़ने की वजह स्वास्थ्य विभाग ही बता सकता है। लेकिन ये बढ़ते मामले चिंता का कारण हैं। इन बढ़ते मामलों लेकर सरकार को अवगत करवा दिया है।