केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने अमेरिकन चेंबर ऑफ कॉमर्स इन इंडिया (AMCHAM) के पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग बैठक में कोरोना आपदा के चलते बदली वैश्विक परिस्थितियों में मोदी सरकार बनाई गई नीतियों ,विकल्पों के समन्वय ,अवसरों की अधिकता औऱ भारतीय बाज़ार के खुलेपन के कारण भारत को निवेश के लिए सर्वोत्तम स्थान बताते हुए अमेरिकन कम्पनियों से भारत में ज़्यादा से ज़्यादा निवेश करने की अपील की है।
अनुराग ठाकुर ने कहा”भारत और अमेरिका बहुत पुराने व्यापारिक साझीदार हैं।आज बदली वैश्विक परिस्थितियों में व्यापार के तौर तरीक़ों और व्यापारिक नीतियों में काफ़ी बदलाव देखने को मिल रहा है।भारत अवसरों का देश है व भारत के अंदर आपदा को अवसर में बदलने की अनूठी क्षमता है।कोरोना संकट के इस दौर में जब पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था अनिश्चितता व उतार चढ़ाव के दौर से गुजर रही है ऐसे में मोदी सरकार की प्रभावी आर्थिक नीतियों ,विकल्पों के समन्वय,अवसरों की अधिकता व हमारे बाज़ारों के खुलेपन के कारण भारत निवेश के लिए सर्वोत्तम जगह है।आज पूरी दुनिया भारत की तरफ़ आशाभरी निगाहों से देख रही है ।
पिछले छह सालों में हमने अपनी अर्थव्यवस्था को और खोलने और इसमें निंरतर सुधार करने की दिशा में कई प्रयास किए हैं। सुधारों से प्रतिस्पर्धा, पारदर्शिता, डिजिटाइशन और इनोवेशन को बल देने के साथ साथ हमने नीतियों में स्थिरता व इसे सुचारु रूप से लागू करने का काम किया है।हमने अपने आत्मनिर्भर भारत अभियान के जरिए दुनिया के सामने प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटने ,अर्थव्यवस्था को बल देने व आर्थिक समृद्धि को हासिल करने का एक विजन दिया है”
अनुराग ठाकुर ने कहा” देश में कामकाज के प्रति सकारात्मक माहौल लाने के लिए 2016 में, हमने इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड लागू किया, जो देनदार-विश्वसनीय मानसिकता में बदलाव के बारे में था। भारत में आयात और निर्यात की प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए, हमने तुरंत कस्टम नामक एक संपर्क रहित प्रक्रिया शुरू की है।केंद्र सरकार ने आयातित सामानों को तेजी से सीमा शुल्क मंजूरी दिलाने के लिए बेंगलुरु और चेन्नई में यह कार्यक्रम शुरू किया है। सीमा शुल्क अधिकारियों के साथ आयातकों को नियमित इंटरफ़ेस को समाप्त करने से लाभ होगा जो पूरे देश में मूल्यांकन में एकरूपता प्रदान करेगा”
अनुराग ठाकुर ने कहा”मोदी सरकार की इंवेस्टमेंट पॉलिसी से भारत इंवेस्टर हेवन बन रहा है। आज कई देशों की बड़ी एमएनसी भारत में निवेश के लिए आगे आ रही हैं।हमने बेहतर इंफ़्रास्ट्रक्चर बना कर व इंस्पेक्टरराज और लालफ़ीताशाही के ख़िलाफ़ कड़ी नीतियां बना कर उद्योग जगत की चिंताओं को दूर करने का काम किया है।हमने कॉरपोरेट टैक्स में कटौती करके इंड्रस्टीस के लिए नई सम्भावनाओं के द्वार खोले हैं।
हर साल भारत में एफडीआई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच रही है। 2019-20 में भारत में एफडीआई प्रवाह 74 अरब डॉलर था, जो पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है। कोरोना महामारी के दौरान भी भारत ने इस साल अप्रैल और जुलाई के बीच 20 अरब डॉलर से ज्यादा का विदेशी निवेश हासिल किया है। कोरोना संकट काल में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है। मोदी सरकार की नीतियों के कारण भारत का विदेशी का मुद्रा भंडार पहली बार रिकॉर्ड 500 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है।