हमीरपुर के सादर में काननूगो पर रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो ने हमीरपुर सदर के कानूनगो के खिलाफ एक लाख रुपये से अधिक रिश्वत लेने के आरोप में मामला दर्ज किया है। कानूनगो पर एक दुकान की जमीन का इंतकाल करवाने के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप है। कानूनगो के रिश्वत लेने की घटना वीडियो कैमरे में भी कैद हो चुकी है। हमीरपुर शहर के मिठाई कारोबारी ने कानूनगो की ओर से रिश्वत मांगने की शिकायत विजिलेंस में की है। शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस ने केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही विजिलेंस ने राजस्व से संबंधित रिकॉर्ड और वीडियो कैमरे की फुटेज को भी अपने कब्जे में ले लिया है।
हालांकि, यह वीडियो एक सप्ताह पुराना है। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस को दी शिकायत में कहा कि उन्होंने बीते वर्ष हमीरपुर शहर में एक दुकान खरीदी थी। इसकी फरवरी 2020 में रजिस्ट्री हुई। अब इस दुकान की जमीन का इंतकाल होना था, लेकिन सदर तहसील के नायब तहसीलदार और कानूनगो इंतकाल के कार्य में आनाकानी कर रहे थे। 28 जुलाई को इंतकाल होना था।
जब वह तहसील कार्यालय में पहुंचे तो नायब तहसीलदार ने उन्हें कानूनगो से मिलने के लिए कहा। कानूनगो ने उनसे इस कार्य के लिए एक लाख रुपये रिश्वत मांगी। इसके बाद कानूनगो 30 जुलाई को उनके रेस्तरां में आया, जहां उसे 50 हजार रुपये नकद दिए गए। शेष कार्य पूरा होने पर देने की बात हुई। 50 हजार रुपये लेने के बाद कानूनगो ने कहा कि उसमें 14 हजार रुपये कम हैं, जोकि बिल्कुल झूठ है।
इसके बाद 4 अगस्त को उसने 14 हजार रुपये और लिए तथा 10 अगस्त को 50 हजार अतिरिक्त लिए। कानूनगो द्वारा पैसे लेने की घटना सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही है। उधर, डीएसपी विजिलेंस लालमन शर्मा ने कहा कि विजिलेंस ने सारा रिकॉर्ड कब्जे में लेकर कानूनगो के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अभी मामले की छानबीन चल रही है। उधर, उपायुक्त हमीरपुर हरिकेश मीणा ने कहा कि सूचना मिलने के बाद सोमवार को तहसीलदार सदर को अपने कार्यालय में बुलाया गया है। इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।