मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के सरकारी आवास ओवर ओवर में गौशाला का निर्माण किया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री अपने आवास में गौशाला बनाकर पहाड़ी गाय पालने जा रहे हैं। इसलिए उनके आवास पर गौशाला का निर्माण कार्य प्रगति पर है। आज जब गौधन सड़कों पर बेसहारा मर रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने आवास पहाड़ी गाय पालकर लोगों को गाय के महत्व, संरक्षण एवं संवर्धन का संदेश देने के लिए यह पहल कर रहे हैं। गाय का शेड ललगभग बनकर तैयार हो चुका है। बताया जा रहा है कि जल्द ही मुख्यमंत्री के आवासओक ओवर में बन रही गौशाला के खूंटे पर पहाड़ी गाय बंध सकती है।
गौशाला निर्माण से ओक ओवर के नीचे बने घरों को ख़तरा पैदा हो गया है। जिसको लेकर पड़ोसियों ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर अपनी शिकायत दी है। शिकायत में कहा गया है की मुख्यमंत्री आवास में गौशाला व सड़क निर्माण के लिए लगाए जा रहे ढंगों से शील सूद भवन, भागीदार भवन व चरण निवास भवन को ख़तरा उतपन्न हो गया है। इस निर्माण से पेड़ों के भी गिरने का ख़तरा बढ़ गया है। जिसको देखते हुए सरकार जल्द कार्यवाही करे।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक़ हिमाचल में बेसहारा गायों की संख्या 30 हजार से 32 हजार के बीच आंकी गई है। राज्य सरकार ने दो साल पूर्व गाय के संरक्षण व संवर्धन के लिए शराब पर सेस भी लगाया। पशुपालन विभाग की माने तो गौ सेसे के माध्यम से 7.97 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं। हिमाचल प्रदेश में कुल 182 गौ सदन और गौशालाएं हैं, जिनमें 108 पंजीकृत हैं। इन गौशालाएं में कुल पशु 13 हजार से 14 हजार हैं। लेकिन इस गौ सदन की स्थिति बहुत ही दर्दनाक है। इस बीच मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में पहाड़ी गाए के लिए की जा रही पहल से बेसहारा गौधन के लिए आस जगी है।