JEE और NEET परीक्षाओं को टालने की मांग पर कांग्रेस के विरोध की बीजेपी नेता ने निंदा की है। हमीरपुर से विधायक ने कहा कि लोगों द्वारा जिस पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर नकारा जा चुका है, वो पार्टी अब देश के मासूम बच्चों को अपनी सियासी शतरंज के मोहरे बनाने पर तुली है। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करके कांग्रेस अपने राजनैतिक हित साधने के लिये जिस रास्ते पर आगे बढ़ रही है उससे देश में अस्थिरता का माहौल तैयार करने की साजिश नज़र आ रही है।
नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने साथ मिलकर ऐसी व्यवस्था बनाई है, जिससे देश भर के इंजीनियरिंग और मेडीकल कॉलेजेज में प्रवेश लेने वाले बच्चों का एक बहुमूल्य वर्ष का नुकसान न होने पाये। कोविड-19 के इस कठिन दौर में सरकार द्वारा पूरी कोशिश की जा रही है कि बच्चों को कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से सुरक्षित रखने के तमाम उपायों को अपनाकर नीट और जेईई जैसी महत्त्वपूर्ण परीक्षाओं को आयोजित किया जाये।
उन्होंने बताया कि देश भर के करीब 26 लाख बच्चों ने इस परीक्षा के लिये तैयारियां कर रखी हैं औऱ वो अपनी मेहनत को साकार होता देखना चाहते हैं। कांग्रेस पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर लोगों द्वारा खारिज कर दिया गया है। यह पार्टी अब अपने अस्तित्व को बचाने की जद्दोजहद में प्रतिभाशाली मासूम बच्चों की ढाल लेकर देश में खतरनाक राजनीति की शुरुआत कर रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद भी कांग्रेस पार्टी का विरोधपूर्ण रुख यह दर्शाता है कि इस पार्टी को किसी भी संवैधानिक संस्था पर कोई भरोसा नहीँ है।
मां-बेटे की ये पार्टी देश में राजनैतिक अस्थिरता फैलाने के लिये किस स्तर तक गिर सकती है, ताज़ा घटनाक्रम इसी का जीता जागता उदाहरण है। उन्होंने कांग्रेस को ऐसी घटिया राजनीति से बचने की सलाह देते हुये कहा कि देश के प्रतिभावान मासूम बच्चों के भविष्य के साथ कांग्रेस को इतना घटिया का सियासी खेल खेलना बंद करना चाहिये वरना इसके गम्भीर नतीज़े होंगे।