राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर आज वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश की प्रसिद्ध खेल हस्तियों से बातचीत की। राज्यपाल ने इस दिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खेलें हमारे जीवन में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि कोविड-19 महामारी के दौरान व्यायाम के अभ्यास को न छोड़ें। खिलाड़ी कभी हारता नहीं है और न ही यह भावना उसके अंदर आती है तभी वह अपना लक्ष्य हासिल करता है। राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त की कि हिमाचल जैसे छोटे पहाड़ी राज्य के नाम कई उपलब्धियां हैं। राष्ट्रीय स्तर पर तीन पद्मश्री पुरस्कार, एक राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार, आठ अर्जुन पुरस्कार और 37 परशुराम जैसे पुरस्कार प्राप्त होना हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को इन उपलब्धियों के लिए बधाई दी।
राज्यपाल ने कहा कि खेल के क्षेत्र में विकास की बहुत संभावनाएं हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी युवाओं के लिए आदर्श हैं क्योंकि वे स्वयं खेल संगठनों से जुड़े हुए हैं और नियमित रूप से योग करते हैं। युवाओं के भीतर खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने और उन्हें खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए फिट इंडिया मूवमेंट की शुरूआत की गई है जिसमें प्रधानमंत्री ने कहा है कि न्यू इंडिया फिट इंडिया होना चाहिए। खेलो इंडिया कार्यक्रम की भी शुरूआत की गई है ताकि आने वाले वर्षों में दुनिया में भारत की पहचान एक खेल महाशक्ति के रूप में हो। देश के युवाओं को खेलों से जोड़ने के लिए इन दोनों कार्यक्रमों को इस तरह से बनाया गया है जिससे सभी युवा आगे आएंगे और अपनी क्षमताओं का बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा कि खेल गतिविधियां अब केवल खेल क्षेत्र तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि यह देश और राज्य के आर्थिक विकास में भी सहायक साबित हो रही हैं। आज खेल अरबों रुपये के उद्योग और व्यवसायों का हिस्सा है जो अर्थव्यवस्था को प्रभावित करता हैं। खेल पर्यटन आज एक नए उद्योग के रूप में स्थापित हो रहा है जिसमें लाखों लोग बड़े खेल आयोजन देखने, स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करने और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए पहुंच रहे हैं। राज्यपाल ने इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नायवाल के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और हिमाचल प्रदेश में बैडमिंटन खेल को बढ़ावा देने में सहयोग देने का आग्रह किया।
इस मौके पर वन, युवा सेवा एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि हाल ही में उन्होंने केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू के साथ राज्य को उदार वित्तीय मदद प्रदान करने के बारे में बैठक की है। केंद्रीय मंत्री ने उन्हें राज्य में खेल के बुनियादी ढांचे के विकास में मदद प्रदान करने का आश्वासन दिया है। राज्य सरकार प्रदेश में 10 नए इन्डोर स्टेडियम स्थापित करेगी और वर्तमान खेल अधोसंरचना को दोगुना करने की योजना भी बनाएगी। खिलाड़ी की भावनाओं को समझते हुए राज्य सरकार जल्द ही खेल नीति लाएगी। राज्य सरकार ने हाल के वर्षों में पांच इन्डोर स्टेडियम, 6 आउटडोर स्टेडियम, तीन 400 मीटर सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक, एक हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान, आठ जिला मुख्यालयों में मल्टीजिम और दो स्पोर्ट्स हॉस्टल का निर्माण किया है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकारी नौकरियों में 3 प्रतिशत आरक्षण, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नकद पुरस्कारों की व्यवस्था और खेल संघों को विशेष अनुदान दिया जा रहा है। वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से शिमला से खिलाड़ियों के अनुरोध पर मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि दो और चोल परिसर को विकसित करने की संभावनाओं को तलाशा जाएगा। युवा सेवाएं एवं खेल निदेशक हेमराज बैरवा ने राज्य में खिलाड़ियों को दी जाने वाली बुनियादी सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने राज्यपाल को कोविड-19 के दिशा-निर्देशों के तहत खेल दिवस पर जागरूकता अभियान के बारे में भी अवगत कराया।