शिमला कोरोना काल में नगर निगम शिमला द्वारा बढ़ाए जा रहे पानी के बिलों एवं अन्य करों को लेकर डीवाईएफआई ने मेयर शिमला सत्या कौंडल को एक ज्ञापन सौंपा और मांग उठाई की कोरोना काल में पानी और करों में वृद्धि करना जनता के हितों के साथ खिलवाड़ है।
बंदर और कुत्ते पहले ही राजधानी शिमला के लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। जिनकी समस्या को तो निगम आज तक हल नहीं कर पाया है। डीवाईएफआई का कहना है कि समस्याओं से निजात दिलाने के बजाय नगर निगम शिमला लोगों पर पानी एवं कारोना का बोझ डाल रहा है।
उधर नगर निगम की मेयर सत्या कौंडल ने कहा के पानी के बड़े हुए बिलों और करों को लेकर आज निगम का हाउस भी बुलाया गया है। जिसमें चर्चा कर प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा इस पर अंतिम निर्णय सरकार को ही लेना है। रही बात बंदरो और कुत्तों की तो इनको मार नहीं सकते है हां निगम बंदरो और कुत्तों की नशबंदी जरूर कर रही है।