सोलन स्थित मानव भारती यूनिवर्सिटी फ़र्ज़ी मामले में चैयरमेन राज कुमार राणा तक गिरफ्तार हुए। यूनिवर्सिटी पर कई फ़र्जी डिग्री बेचने के मामले दर्ज हुए है। जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। पुलिस ने धारा 420, 467,468 व 120-के अंतर्गत मामले दर्ज़ किए गए है। इस यूनिवर्सिटी में फ़र्ज़ी डिग्री के तार राजस्थान से जुड़े हुए है। राणा ने फ़र्ज़ी डिग्री के धंधे से करोड़ों की संपत्ति बनाई और राजस्थान सहित अन्य जगह पैसा लगाया। राणा की पत्नी और बेटी भी फ़र्ज़ी डिग्री के धंधे में उसके साथ थे जो कि इस वक़्त ऑस्ट्रेलिया में छुपते फ़िर रहे है।
क्योंकि मामला करोड़ों रुपए की फ़र्ज़ी डिग्री का है और वित्तिय मामले से जुड़ा है। इसलिए पुलिस आयकर विभाग के माध्यम से इस पूरे प्रकरण की जांच के भी पक्ष में है ताकि पूरे लेनदेन और वित्तिय गड़बड़ियों की जांच की जा सके और सच सामने आए। इससे पता चलेगा कि फ़र्ज़ी डिग्री बेचकर राणा ने कितना पैसा कमाया और इस काले कारनामे के तार कहां-कहां जुड़े हैं।
दरसअल 3 मार्च 2020 को एक महिला द्वारा फ़र्जी डिग्री की शिकायत के बाद 5 मार्च को सोलन पुलिस ने यूनिवर्सिटी में रेड की थी। 2009 में कुमारहट्टी में मानव भारती की स्थापना के बाद राजकुमार राणा ने 2014 में राजस्थान के माउंटआबू में माधव विश्वविद्यालय शुरू किया। अब विश्वविद्यालय का केंद्र उत्तराखंड में खोला जाना प्रस्तावित था। मानव भारती विश्वविद्यालय एक ट्रस्ट के नाम से पंजीकृत है। इसमें राजकुमार राणा चेयरमैन हैं।
यूनिवर्सिटी में उनकी पत्नी और बेटे हिस्सेदार हैं। मामले में पांच लोगों की गिरफ्तारी भी हुई। यूनिवर्सिटी पर 10 हज़ार से ज़्यादा फ़र्जी डिग्रियां बेचने का आरोप है। अगर विवि ने दस हजार डिग्रियां भी बेची हैं तो एक लाख प्रति डिग्री के हिसाब से 100 करोड़ रुपये बनता है। फ़िलहाल पुलिस की एसआइटी मामले की छानबीन कर रही है। फ़र्जी डिग्री मामले में नित नए खुलासे हो रहे है। वहीं, डीजीपी ने इनकम टैक्स विभाग को जांच के आदेश दिए है।