केंद्र सरकार ने देश के तीन राज्यों में बल्क ड्रग पार्क बनाने का ऐलान किया है। हिमाचल प्रदेश सरकार भी बल्क ड्रग पार्क बनाने की इच्छुक है। जिसके लिए सरकार 1300 करोड़ के बल्क ड्रग पार्क का प्रस्ताव इसी माह केंद्र को भेजने की तैयारी कर रही है। इस काम का ज़िम्मा उद्योग विभाग को सौंपा गया है। हिमाचल में ड्रग बल्क पार्क की रूपरेखा के लिए विभाग के उप-निदेशक तिलक राज और सलाहकार सुमित सागर कारोना काल की ख़तरे के बीच ही विशाखापट्टनम और हैदराबाद में बने पार्कों का निरीक्षण भी कर आए हैं। उसी के आधार पर अब ये पार्क बनेगा।
सरकार ने बल्क ड्रग पार्क के लिए सोलन के परवाणू में 1600 एकड़ भूमि चयनित की है यदि सोलन में बात नहीं बनती है तो वैकल्पिक ऊना जिले में 1100 एकड़ भूमि का चयन भी कर लिया गया है। इस बल्क ड्रग पार्क में करीब 6500 करोड़ का निवेश होना है। केंद्र से यदि राज्य में विकसित होने वाले बल्क ड्रग पार्क के प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो उसके बाद डीपीआर तैयार कर केन्द्र को भेजी जाएगी। इसी बीच अतिरिक्त मुख्य सचिव राम सुभग सिंह पार्क के लिए हिमाचल की पैरवी करने दिल्ली पहुंच गए है।
देशभर के 15 राज्य ड्रग बल्क पार्क बनाने की दौड़ में है। केंद्र की शर्त है कि जिस भी राज्य के पास बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं होंगी, उन्हीं राज्यों में बल्क ड्रग पार्क बनाने को स्वीकृति दी जाएगी। फार्मा उद्योगों की दृष्टि से हिमाचल काफी अहम है। ऐसे में हिमाचल को भी ये तोहफा मिल सकता है। पार्क से जहां दवाओं के लिए चीन से आयात होने वाले कच्चे माल से निर्भरता खत्म होगी, वहीं एशिया के सबसे बड़े फार्मा हब बद्दी, बरोटीवाला और नालागढ़ को नजदीक कच्चा माल भी मिलेगा।