पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज पंचतत्व में विलीन हो गए। पूरे राजकीय सम्मान के साथ लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुखर्जी को विदाई देने से पहले पूरे देश ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। कोरोना से संक्रमित होने के कारण एसओपी के तहत उनका अंतिम संस्कार हुआ। इसके चलते उनके शव को गन कैरिज के बजाय वैन में यहां लाया गया। उनके पुत्र अभिजीत बनर्जी और परिवार के बाकी सदस्य पीपीइ किट पहने हुए नजर आएं।
भारत रत्न से सम्मानित पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार शाम को निधन हो गया था, वे 84 वर्ष के थे। उन्हें 10 अगस्त को सेना के ‘रिसर्च एंड रेफ्रल हास्पिटल’ में भर्ती कराया गया था। उसी दिन उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी। बाद में प्रणब मुखर्जी के फेफड़ों में संक्रमण भी हो गया था। प्रणब को अंतिम विदाई के दौरान उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी और बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी मौजूद रहीं। शवदाह गृह में मौजूद सभी लोगों ने अपने प्रिय नेता की विदाई के दौरान 'प्रणब दा अमर रहें' के नारे भी लगाए। उनके अंतिम संस्कार से पहले उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने सभी प्रक्रियाएं पूरी कीं।