शिमला के गुड़िया कांड की आग अभी पूरी तरह शांत नहीं हो पाई है। चार महीने बाद भी लोगों में यही आक्रोश है कि अभी तक मामले में कोई भी सुराग जांच एजेंसियों के हाथ क्यों नहीं लगा।
इसी कड़ी में मंगलवार को गुड़िया न्याय मंच एक बार फिर सड़कों पर उतर आया और धरना प्रदर्शन किया है। न्याय मंच ने विरोधस्वरूप रेलवे बोर्ड बिल्डिंग में सीबीआई कार्यालय के बाहर धरना दिया औऱ सीबीआई के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। न्याय मंच गुड़िया मामले में सीबीआई की कार्यप्रणाली से नाखुश है, जिसे लेकर आज उन्होंने सीबीआई का घेराव किया।
गुड़िया न्याय मंच के सह संयोजक विजेन्द्र मेहरा ने आरोप लगाया कि सीबीआई गुड़िया मामले में जांच से भटक गई है। सूरज हत्याकांड में सीबीआई ने आईजी, एसपी समेत नौ पुलिस वालों को गिरफ्तार किया है, लेकिन अभी तक सीबीआई दोनों ही मामलों में चालान पेश नहीं कर पाई है। आज एक गरीब परिवार को न्याय नहीं मिल पा रहा है, जिसके लिए अमीरी, अफसरशाही और राजनेताओं की तिकड़ी जिम्मेदार है।
विजेंद्र मेहरा ने कहा कि सीबीआई ने पुलिस वालों को तो हिरासत में ले लिया है। लेकिन, डीजीपी को अभी तक नहीं हटाया गया, जबकि मामले में उनकी कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में है। इसके अलावा मेहरा ने चेतावनी दी कि गुड़िया को जब तक न्याय नहीं मिलता है तब तक गुड़िया न्याय मंच लड़ाई लड़ता रहेगा। फिर चाहे सचिवालय और विधानसभा में उग्र आंदोलन ही क्यों न करना पड़े।