कोरोना काल में भी अवैध कार्य करने वाले बाज नहीं आ रहे हैं। चाहे वह नशे के व्यपारियों हो चाहे ठगों का समूह। ऐसा ही एक मामला जिला ऊना के गगरेट से सामने आया है जहां सोना चांदी का व्यापार करने वाले व्यापारी चोरी-छिपे बिना बिल या अंडर बिलिंग के आभूषण ला रहे थे। आबकारी कराधान की टीम ने उसे धर दबोचा। ऊना में एक महीने के भीतर आभूषणों की तस्करी का यह तीसरा मामला पकड़ा गया है।
जानकारी के अनुसार उपायुक्त आबकारी एवं कराधान विभाग ऊना को गुप्त सूचना मिली कि पंजाब के होशियारपुर से एक व्यापारी सोने व चांदी के आभूषण लेकर आ रहा है। उपायुक्त शाहदेव कटोच ने तुरंत एक टीम का गठन किया, जिसकी अगुवाई प्रदीप सिंह सहायक आबकारी अधिकारी तथा राकेश कुमार सहायक आबकारी अधिकारी व चालक जयपाल शामिल थे। गगरेट के समीप होशियारपुर गगरेट मार्ग पर एक नाका लगाया गया। जब एक कार को शक के आधार पर रोका गया तो उसमें गाड़ी में दो लोग सवार थे। गाड़ी मालिक की मौजूदगी में गाड़ी का निरीक्षण किया गया तो गाड़ी में सोने के आभूषण पाए गए। व्यापारी जो ऊना ज़िले से ही संबंधित था उससे बिल मांगा गया तो मौके पर वह बिल प्रस्तुत नहीं कर पाया। इस पर विभाग अधिकारी द्वारा तुरंत कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया गया। व्यापारी सोने के आभूषण को पंजाब से हिमाचल के किस क्षेत्र में लेकर जा रहा था।
उपायुक्त आबकारी एवं कराधान विभाग शाहदेव कटोच ने बताया कि गगरेट के समीप पंजाब हिमाचल की सीमा पर गुप्त सूचना के आधार पर जिस कार को रोका गया तो उसमें 160 ग्राम सोने के आभूषण पाए गए। कार सवार लोगों के पास कोई बिल नहीं था जिसके कारण उनसे 46,000 रुपये जुर्माना वसूल किया गया। एक महीने में महकमे द्वारा 3 मामले बिना बिल के आभूषण लाने के पकड़े गए। ऐसी कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी।