पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सरकारी नौकरी की भर्तियों में साक्षात्कार प्रणाली खत्म करने की युवाओं की मुहिम की वकालत की है। उन्होंने कहा कि एचपीपीएससी (हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग) समेत सभी भर्तियों में साक्षात्कार को खत्म किया जाए। साक्षात्कार नौकरी का कोई पैमाना नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार का जरिया है। लिखित परीक्षा के परिणाम के आधार पर ही सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए। लिखित परीक्षा के अंकों के आधार पर मैरिट और कट ऑफ तय कर युवाओं को जयराम सरकार नौकरी दे।
सुक्खू ने पूछा कि एचपीपीएससी ने भर्ती प्रक्रिया के संशोधित पैटर्न को अपनाने पर रोक किस मजबूरी में लगाई। जब पारदर्शिता बढ़ाने और साक्षात्कार के अंक कम करने के लिए नया पैटर्न अपनाने का निर्णय लिया था तो फिर उस पर यूटर्न क्यों मारा गया। सरकारी नौकरी में साक्षात्कार प्रणाली भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है, इसलिए भर्ती प्रक्रिया में इसे खत्म किया जाए।
एचएएस परीक्षा में भी सरकार साक्षात्कार को एक तो खत्म ही करे, अगर नहीं करना चाहती तो उसके अंक न के बराबर रखे जाएं, जिससे कि लिखित परीक्षा में अच्छे अंक लेने वाले भाई-भतीजावाद का शिकार न हों। उन्होंने कहा कि साक्षात्कार के ज्यादा अंक होने से कई प्रतिभावान युवा एचएएस नहीं बन पाते। यही स्थिति प्रथम और द्वितीय श्रेणी की अन्य नौकरियों में भी है। इसलिए जयराम सरकार तत्काल साक्षात्कार प्रणाली को खत्म करने की घोषणा करे।