12 सितंबर को बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार अपने जीवन के 86 साल पूरे कर 87वें साल में प्रवेश करने जा रहे हैं। लेकिन कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए शांता कुमार ने इस बार अपना जन्मदिन न मनाने का फैसला लिया है। साथ ही उन्होंने अपने संबंधियों, मित्रों और पार्टी कार्यकर्ताओं से जन्मदिन वाले दिन उनके घर न आने का आग्रह किया है।
शांता ने कहा कि कई सालों से उनके जन्मदिन वाले दिन सैकड़ों संबंधी, मित्र और कार्यकर्ता उन्हें बधाई देने उनके घर आते हैं। जो एक उत्सव ही हो जाता है। लेकिन इस बार कोरोना के चलते परिस्थिति दिन प्रतिदिन चिंताजनक और भयानक होती जा रही है। हर रोज रोगियों और मरने वालों की संख्या बढ़ रही है। पूरी दुनिया लाचार होकर आंसू बहा रही है। इसलिए मैंने फैसला लिया है कि इस बार में अपना जन्मदिन नहीं मनाएंगे।
उन्होंने सभी से आग्रह किया है कि कोई भी संबंधी, मित्र और कार्यकर्ता उस दिन उनके घर बिल्कुल न आए। हालांकि इस विवश्ता के लिए उन्होंने सभी से क्षमा भी मांगी है। उन्होंने कहा कि आप विश्वास रखें कि जब आप अपने घर से उन्हें याद करेंगे तो वह तन से नहीं मन से आपको मिल लेंगे। शांता ने कहा कि जीवन के इस मोड़ पर आपसे बहुत कुछ कहना है। शीघ्र की एक लेख लिखेंगे और लेख के जरिए अपनी बात कहेंगे।