हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग पर लगे घोटालों के आरोपों, बिजली, पानी की बढ़ाई गई दरों, बस किराया वृद्धि, कोरोना के मामलों में वृद्धि बाहरी लोगों को हिमाचल में दी गयी नौकरियों को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा का घेराव किया और सरकार के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी की। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चौड़ा मैदान में इक्कठे होकर विधानसभा की तरफ कूच किया लेकिन पुलिस ने बेरिगेट लगाकर कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की लेकिन कार्यकर्ताओं ने बेरिगेट तोड़कर विधानसभा की तरह धावा बोल दिया।
कांग्रेस प्रदेश के नेतृत्व में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, विधायकों और सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने विधानसभा का घेराव किया और मुख्यमंत्री सहित पूरी कैबिनेट के इस्तीफा मांगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कोरोना से निपटने में सरकार की बदइंतजामी सामने आई है और कोरोना के मामलो में वृद्धि हुई है। कानून व्यवस्था और बाहरी राज्यों के लोगों को हिमाचल में नौकरी देने के मुद्दे पर सरकार चुपी साधे हुए है। प्रदेश में लगातार मंहगाई बढ़ती जा रही है और प्रदेश में वित्तीय हालत भी खस्ता है। सरकार बाहरी राज्यों के लोगों को लगातार नौकरी दे रही है प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ रही है। जनता त्रस्त है और सरकार फिजूलखर्ची करने में लगी है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता सदन के बाहर सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। वंही कांग्रेस के विधायक सदन के अंदर इस लड़ाई को लड़ रहे हैं। कांग्रेस की ये लड़ाई सरकार के खिलाफ तब तक जारी रहेगी जब तक भाजपा को सत्ता से बाहर निकाल नहीं फैंका और 2022 में कांग्रेस पार्टी प्रदेश में सरकार बनायेगी। कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टनसिंग की धज्जियां भी उड़ी क्योंकि सैंकड़ों लोग प्रदर्शन में भाग लेने पहुंचे थे।