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जिला कारागार में अब महिला कैदी भी बनेगी आत्मनिर्भर, सिलाई कढ़ाई कर उठाएंगे परिवार का खर्च

मृत्युंजय पुरी |

जिला कांगड़ा में अब लाला लाजपतराय जिला मुक्त सुधार गृह धर्मशाला में बन्द महिला कैदी भी आत्मनिर्भर बनेंगी। जेल में बंद महिला कैदी सिलाई कढ़ाई करके अपना ओर अपने परिवार का पालन पोषण करेंगी। हालांकि इसके लिए जेल प्रशासन ने नई पहल का आयोजन किया है। जेल प्रशासन धर्मशाला ने मेहर चंद महाजन विद्यावती ट्रस्ट के माध्यम से महिलाओं को तीन सिलाई मशीन करवाई हैं। जिससे अगर में बंद महिलाएं मास्क तैयार कर उन्हें बाजार में बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करेंगी। इतना ही नहींंइन बंदी महिलाओं को सिलाई में कढ़ाई का प्रशिक्षण देने के लिए एक सिलाई अध्यापिका को भी नियुक्त किया जाएगा, जो इन की महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उनसे अन्य महिला वस्त्र तैयार करने की भी ट्रेनिंग दी जाएगी।

मेहर चंद महाजन विद्यावती ट्रस्ट के प्रधान विवेक महाजन ने कहां की महिलाओं को आत्मनिर्भर  व स्वरोजगार से जोड़ने के लिए ट्रस्ट की ओर से सिलाई मशीनें मुहैया करवाई गई है ताकि जेल में बंद महिला कैदी जेल में रहते हुए महिला वस्त्र तैयार कर उन्हें बाजार में बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण कर सके ।

लाला लाजपत  राय  जिला मुक्त सुधार गृह  धर्मशाला के उप अधीक्षक विकास भटनागर ने कहा कि आज जिला मुक्त सुधार गृह धर्मशाला में मेहर चंद महाजन विद्यावती ट्रस्ट के माध्यम से महिला कैदियों के लिए तीन मशीन भेंट की गई है। इन सिलाई मशीन के माध्यम से महिलाओं द्वारा मास्क वह अन्य महिला वस्त्र तैयार कर उन्हें बाजार में बेचा जाएगा। इससे जो भी इनकम प्राप्त होगी उससे महिला कैदी अपना व अपने परिवार का पालन पोषण  कर सकेगी। उन्होंने कहा कि जेल प्रशासन की ओर से कैदी महिलाओं को सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण मुहैया करवाने के लिए एक महिला सिलाई अध्यापिका को भी नियुक्त किया जाएगा ताकि सिलाई अध्यापिका कैदी महिलाओं को प्रशिक्षण दें सके।