शिमला-मटौर कांगड़ा नेशनल हाईवे के लिए केंद्र ने पैसा देने से इनकार कर दिया और कांग्रेस ने इसको लेकर सरकार पर हमला करना शुरू कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि केंद्र सरकार ने शिमला-मटौर को बनाने से साफ इन्कार कर दिया है। सरकार कह रही है कि जल्द काम पूरा कर इसे जल्द एनएच बनाया जाएगा।
गडकरी ने 69 एनएच की बात कही थी जो अब खोखली साबित होती नजर आ रही है और सरकार की पोल खुल गयी है। नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से पूछा है कि क्या यह सड़क अब फिर से स्टेट हाईवे बन कर रह जाएगी।
केंद्र सरकार ने 10 सितम्बर को इस बाबत अधिसूचना जारी की और 10 सितम्बर को ही सदन में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर यह जानकारी दे रहे थे कि 65 हजार करोड़ रुपयों से बनने वाले 69 एनएच को सैधांतिक मंजूरी मिल गई है और उधर एक घोषित प्रोजेक्ट ही हाथ से निकल गया।
नैशनल हाईवेज़ अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस घोषित राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 205 के कुल 223.700 किलोमीटर को नॉन वायबल खिताब देते हुए अपने हाथ पीछे खींच लिए। साथ ही यह भी कह दिया कि अब "बिना किसी देरी" के यह सड़क हिमाचल का पीडब्ल्यूडी विभाग को सौंपी जा रही है।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में लगातार हो रही हत्याओं, बलात्कार, जालसाजी को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है और कहा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। सरकार का अधिकारियों पर कोई नियंत्रण नहीं है।