जिला मंडी के बीएसएल सुंदरनगर में बीबीएमबी इंपलाइज यूनिट द्वारा नगर मंडल की कार्यशाला और चीफ इंजीनियर आफिस के समक्ष गेट मिटिंग की गई। इस दौरान कोविड-19 के सभी दिशानिर्देशों की पालना की गई। गेट मिटिंग में बीएसएल प्रशासन की कर्मचारी विरोद्धी नितियों का विरोध किया गया। इसमें मुख्य रूप से बीएसएल प्रशासन द्वारा गैरकानूनी तरीके से कर्मचारियों से सफाई संबंधी पचास रुपए का बिल लेने, अंशकालीन औऱ अनुबन्ध कर्मचारियों की सैलरी जारी न करना, मुख्य अभियन्ता कार्यालय द्वारा गैर जरुरी पत्रों को जारी करना और कर्मचरियों की पदोन्नतियां नियमित करना आदि रहा।
यूनियन के महासचिव चरणजीत सिद्धू ने कहा कि बीएसएल प्रशासन द्वारा कर्मचारियों से गैरकानूनी तरीके से 50 रुपए हर कर्मचारी से प्रति माह वसूलने का यूनियन द्वारा पहले भी विरोध किया गया था। इस पर 15 जुलाई को कमटी रूम में सभी यूनियनों की बैठक बीएसएल प्रशासन के साथ हुई। बैठक में कर्मचारियों से पैसे नहीं वसूले जाने की सहमति बनी थी।
चरणजीत ने कहा कि मीमो बनाने व स्वीकृत करवाने की बजाए प्रशासन ने अपनी नाकामी को छुपाने के लिए इसका खर्चा कर्मचारियों पर डालने की कोशिश की है। इसका सभी कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। अंशकालीन और अनुबन्ध कर्मचारियों की सैलरी जारी न करना, मुख्य अभियन्ता कार्यालय द्वारा गैर जरुरी पत्रों को जारी करना औऱ कर्मचरियों की पदोन्नतियां नियमित करने की मांगों पर अति शीघ्र उचित कार्यवाही नहीं की गई तो कर्मचारी किसी भी संघर्ष में जाने को मजबूर होंगे। जिसकी सारी जिम्मेवारी बीएसएल और बीबीएमबी प्रशासन की होगी।
एससी हेड क्वार्टर ई. कश्मीर सिंह ठाकुर ने कहा कि यूनियन के द्वारा उठाए गए मामले पर पहले ही मीटिंग हो चुकी है। मीटिंग में सफाई को लेकर कर्मचारीयों से लिए जाने वाले 50 रुपए अगली व्यवस्था तक नहीं लिए जाएंगे। इसमें एस्टीमेट बनाया जाए जिसे एप्रूवल के लिए भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्ट टाइम वर्कर को दो महीनों की सेलरी दे दी गई है। जुलाई और अगस्त का वेतन रिलीज हो चुका है। सितंबर और अक्टूबर का मंजूरी के लिए बोर्ड ऑफिस भेजा गया है जैसे ही मंजूरी मिलेगी वेतन दे दिया जाएगा।