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अति कुपोषित बच्चों की निगरानी पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकताः SDM सुरेश जसवाल

दीक्षा बैंस, ऊना |

जिला ऊना में पोषण अभियान के तहत खंड स्तरीय अभिसरण समिति और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत खंड स्तरीय टास्क फोर्स की मीटिंग एसडीएम ऊना डॉ. सुरेश जसवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में पोषण अभियान के तहत चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा करते हुए डॉ. जसवाल ने कहा कि बच्चे के पहले 1000 दिन स्तनपान, ऊपरी आहार, गृह भ्रमण सहित अति कुपोषित बच्चों की निगरानी पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।  इसके साथ-साथ समस्त आंगनवाड़ी केंद्रों में कृषि विभाग से समन्वय स्थापित करके किचन गार्डन की व्यवस्था की जाए ताकि आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों, गर्भवती महिलाओं और धात्री महिलाओं को मौसमी फल और हरी पत्तेदार ताजी सब्जियां उपलब्ध हो सके।

उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ग्राम सभा की बैठकों में हिस्सा लेकर इस अभियान के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए। साथ ही सभी विभाग मिलकर पोषण माह के दौरान की जाने वाली गतिविधियों को पूर्ण करना सुनिश्चित करें ताकि पात्र लाभार्थियों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि यदि किसी देश के बच्चे स्वस्थ होंगे तभी उस देश का भविष्य उज्ज्वल होगा।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जिला ऊना द्वारा शिशु लिंगानुपात में की गई बढ़ोतरी पर एसडीएम ऊना ने संतोष व्यक्त किया और आशा व्यक्त की कि जिला ऊना में इस योजना को और प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। डॉ सुरेश जसवाल ने कहा कि सभी विभाग मिलकर कार्य करें ताकि आने वाले समय में शिशु लिंगानुपात जो वर्ष 2011 में जिला ऊना में 874 था और 2019-20 में बढ़कर 928 हो गया है और भविष्य में उसमें हम और बढ़ोतरी कर सकें। इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी आग्रह किया के लिंग निर्धारण जांच ना करवाने बारे आम जनमानस को जागरूक किया जाए और यदि कोई ऐसा मामला किसी के ध्यान में आता है तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस या प्रशासन को दी जाए ताकि उस लिंग निर्धारण संस्थान के विरुद्ध और लिंग निर्धारण करवाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार उचित कार्रवाई की जा सके।