अब जिला ऊना में बिना लक्षण वाले कोविड मरीजों को 10 बाद डिस्चार्च करने के लिए फोलो-अप सैंपल की प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। यह जानकारी देते हुए सीएमओ ऊना डॉ. रमण कुमार शर्मा ने कहा कि नई गाइडलाइन्स के मुताबिक कोविड केयर सेंटर में रह रहे बिना लक्षण वाले यानी एसिंप्टोमैटिक मरीजों को 10 दिन कोविड केयर सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा, लेकिन उन्हें 7 दिन होम क्वारंटीन में ही रहना होगा। ऐसे मरीज को डिस्चार्ज करने से पूर्व कोविड टेस्ट परीक्षण की आवश्यकता नहीं होगी। डिस्चार्ज होने के बाद अगर मरीजों को बुखार या फिर कोई दूसरे लक्षण आते हैं तो वह स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करेंगे।
डॉ. रमण ने कहा कि थोड़े गंभीर लक्षण वाले मरीजों को डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में ऑक्सीजन बेड्स पर रखा जाएगा। उनके तापमान तथा ऑक्सीजन सैचुरेशन की निगरानी की जाएगी। अगर बुखार तीन दिन में उतर जाता है और मरीज का अगले चार दिन तक सैचुरेशन लेवल 95 प्रतिशत से ज्यादा रहता है, तो मरीज को 10 दिन के बाद छोड़ा जा सकता है। मगर बुखार, सांस लेने में दिक्कत और ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होनी चाहिए। ऐसे मरीजों को डिस्चार्ज से पहले टेस्टिंग से नहीं गुजरना होगा।
गंभीर मरीजों के लिए नई गाइडलाइंस
सीएमओ ने कहा कि ऐसे कोविड मरीज जो ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं, उन्हें लक्षण जाने के बाद ही डिस्चार्ज किया जाएगा। लगातार तीन दिन तक ऑक्सीजन सैचुरेशन मेंटेन रखने वाले मरीज ही डिस्चार्ज होंगे। इसके अलावा एचआईवी मरीज और अन्य गंभीर बीमारियों वाले मरीजों को आरटी-पीसीआर टेस्ट में नेगेटिव आने के बाद ही डिस्चार्ज किया जाएगा।