हिमाचल प्रदेश करुणामूलक संघ ने अपनी मांगों को लेकर विधानसभा का घेराव किया और सरकार से शीघ्र अनुकंपा के आधार पर दी जाने वाली नौकरियों में आय सीमा को हटाने की मांग की। इसके अलावा वन टाइम सेटेलमेंट के माध्यम से विभिन्न विभागों में लंबित करुणामूलक के मामलों का निपटारा करने की मांग की और 5 फ़ीसदी कोटे की शर्त हटाए जाने की मांग भी रखी जिससे आश्रितों को परिवार का गुजारा करने में मदद मिल सके।
करुणामूलक संघ के उपाध्यक्ष ने बताया कि आश्रित लंबे अरसे से करुणामूलक आधार पर भर्तियां करने की मांग कर रहे हैं और इस दौरान विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री से मिलकर भी बात को रखा गया है। लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला है। मजबूरन करुणामूलक आश्रितों को आज विधानसभा का घेराव करना पड़ा है।
प्रदेश में करुणामूलक आधार पर हजारों आश्रितों को नौकरियां नहीं मिली है और विभागों में पद खाली चल रहे हैं। आश्रितों ने मांग की कि करुणामूलक आश्रितों को उनकी शैक्षिक योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाए। कई आश्रितों को 15 वर्ष से भी अधिक का समय आवेदन किए हुए हो गया है। लेकिन अभी तक नौकरी नहीं मिली है। सरकार आश्रितों को नौकरी देकर जल्द राहत देने के लिए काम करें।