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विपक्ष के भारी विरोध के बीच कृषि से संबधित दो बिल राज्यसभा ने किए पारित

समाचार फर्स्ट डेस्क |

राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 9 बजे शुरू हुई। संसद के मानसून सत्र का आज सातवां दिन है। कार्यवाही शुरू होने के बाद केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में कृषि संबंधित तीन विधेयक पेश किए। इनमें कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक, 2020 और  कृषक (सशक्तिकरण और संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक, 2020 पेश किए। तोमर ने विधेयकों को पेश करते हुए कहा कि दो विधेयक ऐतिहासिक हैं और किसानों के जीवन में बदलाव लाएंगे। किसान देश में कहीं भी अपनी उपज का स्वतंत्र रूप से व्यापार कर सकेंगे। मैं किसानों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि ये विधेयक न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित नहीं हैं। प्रधानमंत्री ने भी ने कहा है कि एमएसपी जारी है और आगे भी जारी रहेगी।

बिल पेश करने के बाद सदन में काफी हंगामा और बहयबाजी हुई। इसके बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि फसल की खरीद पहले की तरह रहेगी। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का विधेयक से कोई लेना-देना नहीं है। एमएसपी का सिस्टम बना रहेगा। इसमें किसी को शंका करने की जरूरत नहीं है। नए विधेयक से किसानों की आमदनी बढ़ेगी। एमएसपी को लेकर कोई भ्रम न फैलाया जाए। इसका बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक हुई। इतना ही नहीं विपक्षी सांसदों ने उपसभापति से विधेयक छीनने की कोशिश की। सांसदों ने आसन के सामने लगे माइक को तोड़ दिया।

राज्यसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हो हुई। वहीं कृषि विधेयकों के विरोध में सदन के वेल में विपक्षी सांसदों द्वारा लगातार नारेबाजी की गई। विपक्ष के भारी हंगामे और नारेबाजी के बीच ऊपरी सदन ने ध्वनि मत से कृषि संबंधी विधेयकों को पास कर दिया है। राज्यसभा ने विपक्षी सांसदों के विरोध के बीच प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज बिल, 2020 पर किसानों के उत्पादन और व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक, 2020 और किसानों (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौते को पारित किया। इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही को सोमवार सुबह नौ बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।