कोरोना वायरस के बाद अब आग ने प्रवासी मजदूरों पर कहर बरपाया है। रविवार को आग ने ऐसा तांडव खेला कि हरोली उपमंडल के गांव बाथड़ी में 14 प्रवासी मजूदरों की झुंग्गियों को पल भर में राख में तब्दील कर दिया। एक तरफ कोरोना महामारी का भय तो दूसरी तरफ सिर से छत का छीन जाना प्रवासियों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। अब प्रवासी मजदूरों को छोटे-छोटे बच्चों और महिलाओं सहित बिना छत से रात गुजारनी पड़ेगी।
जानकारी के अनुसार रविवार को अचानक बाथड़ी गांव में आग लगने से प्रवासी लोगों की 14 झुंग्गियां जल गई। आग लगने से झुंग्गियों में रखे बिस्तर, कपड़े, नकदी सहित सारा घरेलू सामान जल गया है। सूचना मिलते ही फायर पोस्ट टाहलीवाल के कर्मचारी दलबल सहित मौका पर पहुंचे और आग बुझाने में जुट गए। कर्मचारियों ने आग पर काबू पा लिया, लेकिन तब तक खड़पोश से बनी झुग्गियां राख का रुप ले चुकी थी।
आग से प्रवासी मजदूरों का करीब 50 हजार रुपए का नुकसान हुआ है। झुग्गियां जल जाने से प्रवासी खुले आसमान के नीचे आ गए है। वहीं, उन्हें खाने पीने के भी लाले पड़े गए हैं। उधर, फायर पोस्ट के प्रभारी जयपाल ठाकुर ने बताया कि आग पर पूरी तरह काबू पा लिया है। आग से करीब 50 हजार रुपए का नुकसान हुआ है। मौके पर जाकर दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पाया।