जिला ऊना के मुख्यालय के साथ लगते मलाहत में प्रस्तावित पीजीआई सेटेलाइट सेंटर के निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए चंडीगढ़ से पीजीआई की एक इंजीनियरिंग टीम ऊना आई और साइट का निरीक्षण किया। पीजीआई चंडीगढ़ के नोडल अधिकारी डॉ राकेश सहगल और इंजीनियरिंग टीम और छठे वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती विशेष रूप से उपस्थित रहे और पीजीआई की टीम के साथ निर्माण कार्य को लेकर चर्चा की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
सतपाल सत्ती ने कहा कि पीजीआई सेटलाइट सेंटर में बिजली, पानी और अप्रोच रोड निर्माण के लिए प्रदेश सरकार ने पहली किश्त के तौर पर 2.80 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं। सेटेलाइट केंद्र बनने के बाद यहां 10 लाख लीटर प्रतिदिन पानी की आवश्यकता होगी, जिसे पूरा करने के लिए रामपुर से पानी लाया जाएगा। बिजली की आवश्यकता को पूरा करने के लिए 33 केवी का सब स्टेशन स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए विभाग को 1.50 करोड़ रुपए जारी कर दिए गए हैं। 65 लाख रुपए अप्रोच रोड बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी को दिए गए हैं। कुल मिलाकर प्रदेश सरकार की ओर से 12 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
उन्होनें कहा कि साइट के लिए एप्रोच रोड का निर्माण कार्य प्रगति पर है। जिसके बाद चार दीवारी का काम शुरू हो जाएगा। विभिन्न विभागों के अधिकारियों से जल्द इस काम को पूरा कर पीजीआई सेटेलाइट सेंटर के निर्माण का रास्ता साफ करने के निर्देश दिए। पीजीआई की टीम भी ईमानदारी के साथ सेटेलाइट सेंटर बनाने के लिए कार्य कर रही है। लेकिन कोविड संकट के कारण कुछ विलंब हुआ है।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान मार्च 2019 में तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की उपस्थिति में पीजीआई सेटेलाइट सेंटर का शिलान्यास किया था। जिसपर लगभग 500 करोड़ रूपए खर्च होने हैं। पीजीआई टीम के नोडल अधिकारी ने कहा कि पीजीआई सेटेलाइट सेंटर के शीघ्र निर्माण के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी की जा रही है और जल्द ही भवन का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।